फ्रेंड के साथ मिलकर दूसरे ब्वाय फ्रेंड की जान ली
साथ देने वाले तीन दोस्त भी शिकंजे में
दरअसल ये कहानी एक ऐसी नाबालिग युवती के शैतानी दिमाग की है, जिसने कई नवयुवकों को अपने रूप जाल में उलझाया... न सिर्फ उलझाया बल्कि एक भोले-भाले नवयुवक की जान तक ले ली, शैतान दिमाग लड़की की साजिश का हिस्सा बनकर तीन युवकों का जीवन बर्बाद हो गया, और वह खुद अब पुलिस के चंगुल में है...
रायपुर। शहरों क्या गांवों तक भी गुमराह हो चली युवा पीढ़ी की एक ऐसी कहानी हम आज आपको पढ़ाने जा रहे हैं, जो आपको हैरान ही नहीं बल्कि अगली पीढ़ी को लेकर परेशान भी कर सकती है। दरअसल ये कहानी एक ऐसी नाबालिग युवती के शैतानी दिमाग की है, जिसने कई नवयुवकों को अपने रूप जाल में उलझाया... न सिर्फ उलझाया बल्कि एक भोले-भाले नवयुवक की जान तक ले ली, शैतान दिमाग लड़की की साजिश का हिस्सा बनकर तीन युवकों का जीवन बर्बाद हो गया, और वह खुद अब पुलिस के चंगुल में है। ये कहानी शुरू होती है छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 24 अप्रैल की तारीख से। जब रुद्री नदी में भावेश देवांगन उर्फ लक्की नामक 21 वर्षीय युवक की लाश मिलती है। अच्छे खासे युवक को लाश में तब्दील करने की पटकथा कुछ इस तरह से लिखी जाती है... कांकेर जिले के कोरर के पास कोदागांव निवासी लक्की 23 अप्रैल को अपने दो मित्रों सिंगारभाटा निवासी उमाशंकर नागे और संजय नगर निवासी एक नाबालिग के साथ धमतरी जाने के लिए निकलता है। उसके दोस्तों ने लक्की को उसकी गर्लफ्रेंड से एक युवक द्वारा छेड़खानी करने के बारे में बताया था। धमतरी पहुंचने पर वहां रह रहे एक अन्य नाबालिग को भी वे साथ लेते हैं। तीनों दोस्त लक्की को रूद्री नदी के पास लेकर जाते हैं और वहां उसे जमकर शराब पिलाई जाती है। जब वह पूरी तरह से नशे के आगोश में चला जाता है तब उसके कपड़े उतारकर नहर में फेंक देते हैं। यहां इन तीनों का इरादा लक्की की हत्या करना होता है।
हत्या के बाद लक्की की गर्लफ्रेंड का पूर्व प्रेमी उमाशंकर नागे एक नाबालिग के साथ लक्की की गर्लफ्रेंड के कमरे में गए। वहां लड़की ने मैगी बनाई और सबने मिलकर खाया। इसके बाद लक्की की बाइक लेकर सभी कोरर के पास मोदे गांव पहुंचे और बाइक को जलाकर कांकेर लौट गए। 24 अप्रैल को नहर से लक्की की लाश पुलिस बरामद करती है। पूछताछ शुरू होती है तो ग्रामीणों से पुलिस को पता चलता है कि शाम 6.30 से 7 बजे के बीच दो बाइक सवारों के साथ एक लड़की को भी देखा गया है। हालांकि पुलिस तब गर्लफ्रेंड को क्लीन चिट दे देती है। इसके बाद से ही लक्की के परिजन और गांव के लोग लड़की की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन करने लगते हैं। असल में पुलिस को कांकेर जिले के रामनगर निवासी उस लड़की जो कि लक्की की गर्लफ्रेंड थी, के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिल रहे थे। इस पर लक्की के परिजनों ने ही पुलिस को ऑडियो क्लिप उपलब्ध कराई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसी लड़की ने लक्की को धमतरी मिलने के बहाने बुलाया था, लेकिन जब वह लापता हुआ तो पूछताछ करने पर गुमराह करती रही। उसे हत्या की जानकारी होने के बावजूद छुपाती रही। इस आडियो क्लिप में स्पष्ट हो गया कि लक्की की गर्लफ्रेंड भी हत्यारे तीनों दोस्तों से मिली हुई थी। पुलिस लड़की को पूछताछ के लिए ले जाती है। पुलिसिया जांच में पता चलता है कि धमतरी जिले के सनौद गांव के छात्र एकांश साहू पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर उसी लड़की ने लक्की को बुलाया था, और सबने मिलकर जिस लड़के पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया उसी युवक पर लक्की की हत्या का आरोप मढ़ने की योजना बनाई थी। इसी इरादे से लड़की और उसकी मां ने एकांश को अपना मोबाइल बंद कर भाग जाने की सलाह दी थी। यदि एकांश ऐसा करता तो हत्या का संदेह सीधे एकांश पर जाता। लेकिन छात्र ने ऐसा नहीं किया। उसी ने बताया कि भावेश के साथ तीनों युवक व लड़की गए थे। छात्र ने यह भी बताया कि उसने कभी छेड़छाड़ नहीं की, बल्कि लड़की ही उससे बार-बार बात करती थी और अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करती थी। उसके रूप जाल के आकर्षण में नहीं फंसने पर युवती उससे चिढ़ने लगी थी। पुलिस पूछताछ में पता चला कि उमाशंकर नागे का रामनगर कांकेर निवासी लड़की से 3 साल से प्रेम संबंध था। इसी दौरान पिछले 3-4 माह से भावेश उर्फ लक्की भी लड़की से बातचीत करते हुए उसके काफी करीब आ गया था और लड़की उससे प्रेम करने लगी थी। इसी बात को लेकर हत्या के 20 दिन पहले उमाशंकर ने लक्की के साथ झगड़ा किया था और लड़की से दूर रहने केलिए धमकाया भी था। पूर्व प्रेमी ने अपने प्यार के रास्ते में आए लक्की को हटाने के लिए दो दोस्तों के साथ मिलकर साजिश रची, उसी साजिश में युवती भी शामिल हो गई। अब लक्की की हत्या के मामले में धमतरी पुलिस ने उसकी नाबालिग गर्लफ्रेंड को भी पकड़ लिया है। पढ़ने-लिखने की उम्र में 5 युवाओं का जीवन बरबाद कुल मिलाकर पढ़ने-लिखने और करियर बनाने की उम्र में एक लड़की के चक्कर में फंसकर 3 युवकों का जीवन बर्बाद हो गया और युवक को अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा। इतना ही नहीं खुद युवती की जिंदगी का अब क्या होगा... यह इस कहानी का दूसरा दुखद पहलू है।
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