संस्थापक स्व. कृष्णकुमार पुरोहित की स्मृति में आयोजन
नरसिंहपुर। सनातन धर्म का आधार वेद ही है, धर्म मार्ग सें हम सब का कल्याण निहित है। राजनैतिक लोगों से धर्म की बात मत सुनिए। आजकल कई नेता भी बिना ज्ञान के धर्म पर बोल रहे है, धर्म की बात साधनारत साधु संतों और महात्माओं से सुनिए। कुछ राजनीतिज्ञों द्वारा कुछ लोगों को धर्माचार्य बताया जा रहा है, जो गलत है।
उक्ताशय के विचार द्विपीठाधीश्वर जगतगुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के शिष्य 1008 स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने श्री गणेश देवस्थानम् में सिद्वपीठ के संस्थापक पं कृष्णकुमार जी पुरोहित की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा संत महात्माओं और श्रेष्ठ व्यक्तियों के आचरण का अनुसरण करो। मनुष्य प्रकृति को जानो और मनुस्मृति को मानो, सभी को स्मृतियों को जानने की जरुरत है, ये सबसे बडा प्रमाण है। कर्मकाण्ड, ज्ञानकाण्ड और उपासना काण्ड से जीवन चलता है जिन्हें विस्तार से बताया। स्वामीश्री ने कहा कि भक्ति में इतनी शक्ति है कि संकट में ईश्वर हमारी मदद के लिए किसी न किसी को भेज देता है।
उदयपुर की घटना इस्लाम के नियमों के विपरीत
स्वामीश्री ने हाल ही में हुई उदयपुर की घटना को अधर्म बताते हुए निंदा करते हुए कहा कि ऐसे लोग हिंसा कर इस्लाम के नियमों के विपरीत काम कर रहे है। किसी भी धर्म में हिंसा के लिए जगह नहीं है। ऐसे लोग अपने धर्म को नीचे गिरा रहे है।
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