भोपाल। भारतीय संस्कृति और परंपरा में गुरु को भगवान से ऊंचा स्थान दिया गया है। गुरु ही है जो शिक्षा और ज्ञान के प्रकाश से शिष्य के जीवन को रोशन करता है। गुरु ही है जो अपने शिष्य को व्यक्ति से व्यक्तित्व बनने का मार्ग दिखलाता है।
गुरु की महिमा के प्रति आदर प्रकट करने की विनम्र सांस्कृतिक पहल करते हुए मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग 13 जुलाई 2022, बुधवार को मप्र जनजातीय संग्रहालय के सभागार में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ”गुरु पूर्णिमा पर्व“ का आयोजन करने जा रहा है। ये आयोजन शाम 7ः00 बजे से शुरू होगा, जिसमें दो सांस्कृतिक सभाएं सजेंगी। सबसे पहले जबलपुर की सुश्री शालिनी दुबे व साथियों की कथक प्रस्तुति होगी। इसके बाद दिल्ली की सुप्रसिद्ध गायिका शाश्वती मंडल की गायन सभा होगी। दोनों ही कलाकारों की प्रस्तुतियों के केंद्र गुरु-शिष्य परंपरा होगी। कलाप्रेमियों का इस आयोजन में प्रवेश नि:शुल्क होगा।
बता दें, कि गुरु पूर्णिमा पर्व के तहत ही संस्कृति संचालनालय द्वारा संचालित मध्यप्रदेश के अलग-अलग शहरों में स्थित 12 संगीत एवं ललित कला महाविद्यालयों में संगीत, नृत्य की प्रस्तुतियां व विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान और डेमोंस्ट्रेशन कार्यक्रम भी होंगे।
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