गुजरात के मोरबी पुल हादसे में पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को पुल का रखरखाव करने वाली ओरेवा कंपनी के मैनेजर, हाल ही में इस ब्रिज की रिपेयरिंग करने वाले दो कॉन्ट्रैक्टर और दो टिकट क्लर्क समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
राजकोट रेंज के आईजी अशोक कुमार ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार बड़े लोगों को कब गिरफ्तार किया जाएगा। इस सवाल पर आईजी ने कहा- अभी तक जिनकी भूमिका सामने आई उन्हें गिरफ्तार किया गया। जैसे-जैसे नाम सामने आते जाएंगे और गिरफ्तारियां होती जाएंगी।
अब तक 134 की मौत
गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मृतकों की संख्या सोमवार सुबह 134 पहुंच गई। इनमें 45 की उम्र 18 साल से कम है। मृतकों में महिलाओं और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। 170 लोग रेस्क्यू किए गए हैं। हादसा रविवार शाम 6.30 बजे तब हुआ, जब 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया। 143 साल पुराना पुल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था।
यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत की गई थी। हादसे से 5 दिन पहले 25 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया। रविवार को यहां भीड़ क्षमता से ज्यादा हो गई। हादसे की भी यही वजह बताई जा रही है। हादसे का 30 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है। इसमें 15 सेकेंड के बाद पुल टूट गया और लोग मच्छू नदी में समा गए।
मोरबी हादसे के बड़े अपडेट्स...
- पुलिस ने मामले में ओरेवा कंपनी का मैनेजर, दो टिकट क्लर्क, रिपेयरिंग करने वाले कॉन्ट्रैक्टर समेत 9 लोग गिरफ्तार किया।
- 50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है।
- मामले में धारा 304, 308 और 114 के तहत केस दर्ज किया गया है।
- फोरेंसिक सूत्र के अनुसार, ब्रिज का पुराना केबल भारी दबाव के कारण टूटा।
- PM मोदी मंगलवार दोपहर बाद मोरबी जाएंगे।
- मोरबी हादसे में मारे गए लोगों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाएगा। ये फैसला गुजरात सरकार ने लिया है।
- राजकोट के भाजपा सांसद मोहनभाई कुंडारिया के परिवार के 12 लोग हादसे में मारे गए।
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