पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गुपकार रोड पर बने फेयरव्यू रेसिडेंस को खाली करने का नोटिस मुझे कुछ दिन पहले दिया गया था। यह कोई हैरानी की बात नहीं है। हालांकि, रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक बंगला दिया जा सकता है।
बंगला सिर्फ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के लिए नहीं- मुफ्ती
नोटिस की बात सामने आने के बाद महबूबा ने कहा, "मेरे पास ऐसी जगह नहीं है जहां मैं रह सकूं। इसलिए मुझे निर्णय लेने से पहले अपनी कानूनी टीम से सलाह लेनी पड़ेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि नोटिस में लिखा गया है कि बंगला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि उनके पिता को CM पद से हटने के बाद यह बंगला दिया गया था।
2005 से इसी बंगले में रह रहीं महबूबा
महबूबा ने कहा कि यह बंगला उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद को दिसंबर 2005 में दिया गया था, जब वे मुख्यमंत्री थे। गुपकार रोड पर बने आलीशान फेयरव्यू रेसिडेंस के आस-पास अधिकांश हाई प्रोफाइल राजनेता, नौकरशाह और पुलिस और खुफिया अधिकारी रहते हैं। इसी बंगले में महबूबा को कई बार नजरबंद किया जा चुका है।
फेयरव्यू रेसिडेंस पहले टॉर्चर हाउस था
1989 तक इस बंगले का इस्तेमाल आधिकारिक गेस्ट हाउस के रूप में किया जाता था। बाद में सुरक्षाबलों ने 1990 में अपने कब्जे में ले लिया था। कैम्पस के नए उद्देश्य को गोपनीय रखने के लिए इसे पापा -2 नाम दिया गया था। यह 1996 तक एक इंटेरोगेशन और टॉर्चर सेंटर बना रहा।
1996 में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्य सचिव अशोक जेटली यहां रहने लगे। 2003 में रेनोवेशन के बाद तत्कालीन वित्त मंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग यहां रहने आए। 2005 से यहां दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद और उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती का परिवार रहता है
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