Breaking

04 October 2022

MISTRAL, धुव्रास्त्र जैसी घातक मिसाइलों से लैस 'प्रचंड':सियाचिन, लद्दाख में ऑपरेशन में माहिर

 


देश में बना पहला स्वदेशी लड़ाकू लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर यानी LCH प्रचंड इंडियन एयरफोर्स में शामिल हो गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को पहले बैच में इसके 4 हेलिकॉप्टर्स एयरफोर्स को सौंपा। 

5.8 टन के ट्विन-इंजन वाले LCH को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी HAL ने डेवलप किया है। HAL सरकारी कंपनी है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, LCH प्रचंड के करीब 45% पार्ट्स स्वदेशी हैं, जिसे बढ़ाकर 55% किया जाना है।

ये दुनिया के सबसे ऊंचे जंग के मैदान सियाचिन में ऑपरेट कर सकने वाला इकलौता लड़ाकू हेलिकॉप्टर है। इसमें शक्ति इंजन लगा है। इसे HAL ने फ्रेंच इंजन मेकर Safran के साथ मिलकर बनाया है।

यह दुनिया का एकमात्र हेलिकॉप्टर है, जो हथियारों और फ्यूल के साथ 16 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर भी टेक-ऑफ और लैंड कर सकता है।

खास बात ये है कि औपचारिक रूप से शामिल होने से पहले ही भारतीय सेना पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी सीमा पर LCH हेलिकॉप्टर्स तैनात कर चुकी थी।

मार्च 2022 में, PM नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने 3,887 करोड़ की लागत से 15 स्वदेशी LCH की खरीद को मंजूरी दी थी। इनमें से 10 LCH हेलिकॉप्टर्स एयरफोर्स को और 5 हेलिकॉप्टर्स थल सेना को मिलेंगे।

No comments:

Post a Comment

Pages