गुजरांवाला में 3 नवंबर को रैली के दौरान हुई फायरिंग में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बाल-बाल बच गए। उनके पैर में गोलियां लगी हैं। इस फायरिंग में इमरान की जान भी जा सकती थी, लेकिन उनके कंटेनर से सिर्फ 10 फीट की दूरी पर मौजूद इब्तिसाम ने अनहोनी को रोक दिया।
इमरान की जान बचाने में इब्तिसाम का बहुत बड़ा रोल है। इमरान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने भी इब्तिसाम का शुक्रिया किया है।
इमरान को 3-4 गोलियां लगीं, खतरे से बाहर...
इमरान खान के पैर में तीन-चार गोलियां लगीं। निशाना चूकने के बाद हमलावर वहां से तुरंत भागा, लेकिन समर्थकों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और उसे पकड़ने के लिए दौड़ लगा दी। उसे बाद में सुरक्षाकर्मियों ने अरेस्ट कर लिया। घटना तब हुई, जब गुजरांवाला में रैली के दौरान इमरान कंटेनर पर खड़े होकर समर्थकों का अभिवादन कर रहे थे। गोली लगते ही इमरान खान गिर पड़े।
इमरान अभी अस्पताल में हैं। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उनके डॉक्टर फैसल सुल्तान ने बताया कि इमरान खान के पैर के टिबिया बोन में गोली लगी है। ऑपरेशन कर इसे निकाला जाएगा।
इब्तिसाम भी वहीं खड़े थे, जहां हमलावर मौजूद था। इब्तिसाम ने कहा, "मैं कंटेनर से 10 फीट दूर था। तभी हमलावर आया। उसने बर्स्ट फायर करने वाली ऑटोमेटिक पिस्टल में मैग्जीन लोड की। जैसे ही उसने दोनों हाथ ऊपर कर फायर किया, मैंने उसे नीचे की तरफ दबाया। उसके हाथ से पिस्टल छूट गई और निशाना गलत हो गया। वह भागा। मैंने पीछा कर उसे पकड़ लिया। हमलावर ने गोली चला ही दी थी। मैं हाथ न मारता तो इमरान बच नहीं पाते। मैंने देखा कि हमलावर अपनी बंदूक लोड कर रहा है। मैंने उसका हाथ पकड़कर नीचे कर दिया।"
इमरान ने शुक्रिया अदा किया, पूर्व पत्नी जेमिमा ने हीरो बताया
इमरान खान ने जान बचाने पर इब्तिसाम का शुक्रिया अदा किया है। इमरान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने उनकी जान बचाने वाले शख्स की तारीफ की। उन्होंने इस शख्स को हीरो बताया। जेमिमा ने ट्वीट किया- शुक्र है कि वो (इमरान) ठीक हैं। उनके बेटे उस बहादुर शख्स (हीरो) के आभारी हैं जिसने हमलावर को पकड़वाया और उनके पिता की जान बचाई।
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