भाजपा के लिए अमेरिका में काम कर रहे उनके भारतवंशी हितैषी अमेरिकी एजेंसियों की जांच के घेरे में आ गए हैं। कई भारतीय अमेरिकियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। इनमें शीर्ष नेता के पुराने दोस्त और समर्थक होने का दावा करने वाले शख्स भी हैं। वह भारतवंशियों की कई रैलियों में प्रमुख भूमिका में रहे हैं। यह कार्रवाई अमेरिका में फॉरेन एजेंट रजिस्ट्रेशन एक्ट (FARA) के तहत हो रही है।
अमेरिका में नागरिकों के विदेशी सरकारों के लिए लॉबिंग करना अवैध है। उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना होता है। तिमाही आधार पर गतिविधियों और फीस का ब्योरा देना होता है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता ने दो भारतीय अमेरिकियों की FARA के तहत जांच की पुष्टि या खंडन से इनकार किया है।
दो साल में दो संगठनों ने रजिस्ट्रेशन कराया
संगठनों की गतिविधियों से जुड़े कुछ लोगों ने भास्कर से कहा कि वे अब अपने काम को लेकर सतर्क हैं। FARA के तहत दो साल में भारतीय अमेरिकियों के दो संगठनों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। कार्रवाई के दबाव में जुलाई में रजिस्टर हु्आ संगठन इथोस फाउंडेशन (भारतीय फाउंडेशन के तौर पर पहचाना जाने वाला) दूसरा है।
टेक्सास स्थित संगठन ने बताया है कि भाजपा की हैदराबाद इकाई के लिए वह काम कर रहा है। भाजपा प्रवक्ता किशोर पोरेड्डी के साथ उसका कनेक्शन है। इसका मकसद NRI से संवाद कर राजनीतिक जागरूकता लाना है।
रैली में बुलडोजर लाए, FBI से जांच की मांग उठी
आजादी के अमृत महोत्सव की रैली में बुलडोजर का इस्तेमाल करने पर ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ भाजपा विवादों में घिर गया था। मुस्लिमों और अफ्रीकी अमेरिकियों के पैरोकार समूहों ने इसकी आलोचना करते हुए कहा था कि यह भारत में अल्पसंख्यकों के दमन का प्रतीक है।
अमेरिका में भारत की दक्षिणपंथी राजनीति की गतिविधियों के बढ़ने की CIA और FBI से जांच की मांग भी की है। बीजीआर गवर्नमेंट अफेयर्स भारत सरकार के लिए लॉबिंग करती है। अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक 6 महीने में इसने भारत सरकार से करीब 2.4 करोड़ रुपए फीस ली है।
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