मुरैना।. बाबूजी! चार महीने से हैडपंप खराब पड़ा है, दस दिन पूर्व ट्रांसफॉर्मर फुंक गया, अब न बिजली है और न पानी। अंधेरे में रहकर आसन नदी का गंदा पीने को मजबूर हैं, बिजली का बिल भर रहे हैं, उसके बाद भी बिजली विभाग कोई सुनवाई नहीं कर रहा। यह व्यथा है नगर निगम के वार्ड ४४ में स्थित इंदिरा आवास कॉलोनी छोंदा के रहवासियों की।
इस कॉलोनी में ज्यादातर मजदूर परिवार निवास करते हैं। यहां पहले केबिल टूट गई थी। अब ट्रांसफॉर्मर फुंक गया है। लोगों का कहना हैं कि बिजली का बिल भी भर रहे हैं उसके बाद भी बिजली विभाग में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बिजली नहीं होने से लोग अंधेरे में रह रहे हैं। वहीं पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। इसलिए लोगों को मजबूरन नदी से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। नदी का पानी गंदा है जिससे रहवासियों के बीमार होने का डर सता रहा है। हालांकि कुछ लोगों को सर्दी जुकाम व बुखार की शिकायत बताई जा रही है। लेकिन बीमारी नदी के पानी से हुई है या अन्य कारणों से जांच का विषय है।
हो सकता है हादसा
आसन नदी में जहां से बस्ती के लोग पानी भरकर ला रहे हैं, वहां जल स्तर की गहराई काफी अधिक है। बच्चे, महिला, बुजुर्ग सभी पानी भरकर ला रहे हैं, अगर समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो हादसा भी हो सकता है।
कर्मचारियों ने भेजी गलत जानकारी
लोगों ने भोपाल बिजली कंपनी के नंबर पर शिकायत दर्ज कराई लेकिन वहां मुरैना बिजली कंपनी से जवाब भेज दिया कि केबिल जोड़ दी गई है जबकि केबिल आज भी टूटी पड़ी है। उसके बाद एक ट्रांसफॉर्मर रखा था, वह भी फुंक गया।
----------
No comments:
Post a Comment