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22 December 2022

CM ने CMHO को हटाया; हाईकोर्ट ने दिया स्टे:जिसे मंच से हटाया, फिर सस्पेंड किया, वो दोनों बार स्टे ऑर्डर ले आया



जबलपुर हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ऑन द स्पॉट निलंबन के एक आदेश पर स्टे ऑर्डर दिया है। इतना ही नहीं, इस एक्शन के लिए राज्य सरकार को नोटिस भी दिया है। मामला छिंदवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जीसी चौरसिया का है। सीएम ने उनको 10 दिन पहले मंच से ही निलंबित करने के आदेश दिए थे।


निलंबन आदेश को चौरसिया ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने सस्पेंशन पर रोक लगाते हुए स्टे ऑर्डर दिया है। यह दूसरी बार है जब चौरसिया को हाईकोर्ट से राहत मिली है। इससे पहले CM ने उन्हें पद से हटा दिया था, तब भी चौरसिया हाईकोर्ट से स्टे ले आए थे।


पहली बार रामाकोना में छीना था प्रभार


बात 23 सितंबर की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तब रामाकोना में जनसेवा कार्यक्रम में पहुंचे थे। तब उन्होंने मंच पर ही CMHO चौरसिया को बुलाया था। उनसे पूछा था- आयुष्मान कार्ड बनाने में देरी क्यों हो रही है? कितने हितग्राहियों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल पाया? इसका जवाब CMHO नहीं दे पाए थे। इस लापरवाही पर CM ने तत्काल उन्हें CMHO के प्रभार से हटा दिया था। इसके बाद उन्हें रेडियोलॉजिस्ट के पद पर छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में नियुक्त किया गया था, लेकिन चौरसिया हाईकोर्ट पहुंच गए थे, जहां से उन्हें स्टे मिल गया था। इसके बाद उन्होंने दोबारा अपना पद संभाल लिया था।


दूसरी बार बिछुआ में मंच से सस्पेंड किया


छिंदवाड़ा के बिछुआ में 9 दिसंबर को हितग्राही सम्मेलन हुआ था। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे थे। CM ने जब CMHO चौरसिया को कार्यक्रम में देखा तो उनके मौजूद होने का कारण पूछा। CM को हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने मंच से ही CMHO को सस्पेंड करने का ऑर्डर दे दिया।


CMHO डॉ. जीएस चौरसिया। CM ने मंच से उन्हें निलंबित करते हुए कहा था- पिछली बार जब मैं आया था, तो आयुष्मान कार्ड को लेकर CMHO को हटाने के आदेश जारी किए थे। वे इस पर स्टे ले आए और फिर से छिंदवाड़ा में पोस्टिंग करा ली। यह लापरवाही है।

हाईकोर्ट में CMHO ने ये दलील दी...


CMHO बुधवार को दोबारा स्टे ऑर्डर लेकर आ गए। हाईकोर्ट में अपने निलंबन को लेकर डॉ. जीएस चौरसिया ने याचिका दायर की थी। बताया था कि उन्हें दो बार सस्पेंड किया जा चुका है, जबकि उनके खिलाफ किसी भी तरह की जांच नहीं हुई। इसके अलावा सीनियोरिटी होने के बावजूद भी उनके जूनियर अधिकारियों को CMHO का प्रभार दिया गया था। हाईकोर्ट ने तमाम दलीलों को सुनने के बाद छिंदवाड़ा जिले के CMHO को राहत दी है।


कमलनाथ ने कहा था- नौटंकी कर रहे शिवराज


6 दिन पहले कमलनाथ छिंदवाड़ा आए थे। CM शिवराज के ऑन द स्पॉट सस्पेंशन एक्शन पर कमलनाथ ने कहा था- ये दिखाने के लिए उनकी नाटक-नौटंकी है। मंच पर तो कह देंगे कि मैंने सस्पेंड किया, पर क्या कागजों में किया? ये अब बौखलाए हुए हैं, कोई न कोई उपाय ढूंढ रहे हैं मीडिया में रहने के लिए। मैं हमेशा कहता हूं कि इनके पास बचा है पुलिस, पैसा और प्रशासन।

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