भोपाल। हनीट्रेप मामले में बीजेपी और आरएसएस नेताओं के नाम बताते हुए अपने पास पेनड्राइव होने का दावा कर प्रदेश की राजनीति को गर्माने वाले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ अपनी बात से पलट गए हैं। कानूनी दांवपेंच देखते हुए पीसीसी चीफ ने पेनड्राइव को अब वीडियो क्लिप में बदल दिया है। साथ ही अपने बयान का पूरा भार नाथ ने अब पुलिस पर ही डाल दिया है।
हनीट्रेप सीडी कांड को लेकर गरमाई प्रदेश की राजनीति एक बार फिर पलट गई है। इस मामले पर राजनीति को पीसीसी चीफ नाथ ने अपने एक बयान से हवा दी थी और हवा निकालने का काम भी उन्होंने स्वयं ही निकाल दी है। इसके साथ ही इस मामले में आगे आकर बयान देने वाले तमाम नेताओं के दावे भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। असल में इस मामले में अपनी बात से पलटते हुए पीसीसी चीफ ने नया बयान दिया है। इसमें उन्होंने खुद ही यह स्वीकार किया है कि उनके पास न तो इस मामले की कोई सीडी है और न कोई पेनड्राइव। अब उन्होंने कहा है कि उन्हें तो कुछ पुलिस अधिकारियों ने अपने लैपटॉप पर वीडियो क्लिप दिखाई थी। मैंने बमुश्किल 30-40 सेकंड ही क्लिप देखकर जांच कराने को कहा था। नाथ ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा में कहाकि वे नहीं चाहते थे कि प्रदेश की बदनामी हो, इसलिए उन्होंने अधिकारियों को जांच के लिए बोल दिया था।
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