भोपाल। करणी सेना परिवार द्वारा सर्वसमाज को साथ लेकर 8 जनवरी को भोपाल के जम्बुरी मैदान में जन आन्दोलन किया जा रहा है। करणी सेना परिवार (टीम जीवन सिंह शेरपुर) पिछले 7 वर्षो से लगातार आन्दोलन और ज्ञापन के माध्यम से स्वर्ण समाज और सर्व समाज की मांग को उठाते आये है ।जिसमें कई सफलताएँ भी मिली लेकिन अभी भी कई मांगे अधूरी है पूर्व में रतलाम, उज्जैन व इन्दौर सहित प्रदेश के लगभग सभी जिलों, नगर नगर व ग्राम स्तर पर आन्दोलन कर सरकार को जगाने का प्रयास किया गया वर्तमान में भी 6 माह पूर्व करणी सेना परिवार ने 8 जनवरी जनआदोलन कि घोषणा की थी।जिसको लेकर पूरे प्रदेश में स्वाभिमान यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा का प्रारंभ महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुम्भलगढ़ से की गई थी।जिसमें म.प्र. के लगभग सभी जिलों का भ्रमण कर लोगो को जगाने का काम किया। 22 सूत्रीय मांगों को लेकर जनमानस को जाग्रत कर क्रांति की शुरूआत की है जो म.प्र. के साथ-साथ सम्पूर्ण भारत में पहुंच चुकी है । इस क्रांति क सर्वसमाज का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस बजह से सरकार और सरकार बैठे लोगों में आन्दोलन की विशालता के अनुमान से घबराह पैदा हो रही है।जिस कारण सरकार के मुखिया और मंत्रियों ने पहले • करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर विलय के नाम पर राजपूतों को मूर्ख बनाने का काम किया व 8 जनवरी जन आन्दोलन न हो इस हेतु निरन्तर प्रयास किया जा है। किन्तु तब भी जीवन सिंह शेरपुर और उनकी टीम ने हार नहीं मानी और करणी सेना परिवार सर्व समाज को साथ लेकर 8 जनवरी जन आन्दोलन को और भव्य कर दिया। करनी सेना परिवार मांगों को पूरा करने पर अड़ा रहा और • जन आन्दोलन को स्थगित करने से मना कर दिया। फिर सरकार ने सामाजिक मंत्रियों और नेताओं का सहारा लेकर फिर भी एक षडयंत्र रचकर मुख्यमंत्री से समाज के नाम चंद संगठनों को खड़ा कर मांगों को मानने का एक अन्य नई पटकथा लिखकर 8 जनवरी के ठीक पहले 5 जनवरी को सी.एम.हाउस में अलग कार्यक्रम रख लिया। जिसको ये कहकर प्रसारित किया जा रहा है कि उस दिन मुख्यमंत्री समाज की मांगों को पूरा करने की घोषणा करेगें। जबकि प्रदेश के लाखों लोग 8 जनवरी को भोपाल पहुच रहे हैं।
भोपाल। करणी सेना परिवार द्वारा सर्वसमाज को साथ लेकर 8 जनवरी को भोपाल के जम्बुरी मैदान में जन आन्दोलन किया जा रहा है। करणी सेना परिवार (टीम जीवन सिंह शेरपुर) पिछले 7 वर्षो से लगातार आन्दोलन और ज्ञापन के माध्यम से स्वर्ण समाज और सर्व समाज की मांग को उठाते आये है ।जिसमें कई सफलताएँ भी मिली लेकिन अभी भी कई मांगे अधूरी है पूर्व में रतलाम, उज्जैन व इन्दौर सहित प्रदेश के लगभग सभी जिलों, नगर नगर व ग्राम स्तर पर आन्दोलन कर सरकार को जगाने का प्रयास किया गया वर्तमान में भी 6 माह पूर्व करणी सेना परिवार ने 8 जनवरी जनआदोलन कि घोषणा की थी।जिसको लेकर पूरे प्रदेश में स्वाभिमान यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा का प्रारंभ महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुम्भलगढ़ से की गई थी।जिसमें म.प्र. के लगभग सभी जिलों का भ्रमण कर लोगो को जगाने का काम किया। 22 सूत्रीय मांगों को लेकर जनमानस को जाग्रत कर क्रांति की शुरूआत की है जो म.प्र. के साथ-साथ सम्पूर्ण भारत में पहुंच चुकी है । इस क्रांति क सर्वसमाज का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इस बजह से सरकार और सरकार बैठे लोगों में आन्दोलन की विशालता के अनुमान से घबराह पैदा हो रही है।जिस कारण सरकार के मुखिया और मंत्रियों ने पहले • करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर विलय के नाम पर राजपूतों को मूर्ख बनाने का काम किया व 8 जनवरी जन आन्दोलन न हो इस हेतु निरन्तर प्रयास किया जा है। किन्तु तब भी जीवन सिंह शेरपुर और उनकी टीम ने हार नहीं मानी और करणी सेना परिवार सर्व समाज को साथ लेकर 8 जनवरी जन आन्दोलन को और भव्य कर दिया। करनी सेना परिवार मांगों को पूरा करने पर अड़ा रहा और • जन आन्दोलन को स्थगित करने से मना कर दिया। फिर सरकार ने सामाजिक मंत्रियों और नेताओं का सहारा लेकर फिर भी एक षडयंत्र रचकर मुख्यमंत्री से समाज के नाम चंद संगठनों को खड़ा कर मांगों को मानने का एक अन्य नई पटकथा लिखकर 8 जनवरी के ठीक पहले 5 जनवरी को सी.एम.हाउस में अलग कार्यक्रम रख लिया। जिसको ये कहकर प्रसारित किया जा रहा है कि उस दिन मुख्यमंत्री समाज की मांगों को पूरा करने की घोषणा करेगें। जबकि प्रदेश के लाखों लोग 8 जनवरी को भोपाल पहुच रहे हैं।
No comments:
Post a Comment