भोपाल - राजधानी सहित देशभर का स्वच्छता सर्वेक्षण जल्द होने वाला है। फरवरी महीने में टीम भोपाल के स्वच्छता को लेकर सर्वे करेगी। स्वच्छता टीम के सर्वे से पहले महापौर ने शहर के इलाकों में दौरे शुरू कर दिए हैं। अतिक्रमण, कब्जे और गंदगी को लेकर नगर निगम के अधिकारियों को तलब किया जा रहा है।
राजधानी के सबसे व्यस्ततम इलाके पुराने शहर में महापौर ने निरीक्षण किया। आजाद मार्केट मंगलवारा और जोन 4 अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में सुविधाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए।
भोपाल महापौर मालती राय का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम के सभी कर्मचारी और अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसका जमीनी स्तर पर क्या असर पड़ता है, क्या अव्यवस्थाएं हैं। इस संबंध में निरीक्षण किया जा रहा है। आजाद मार्केट इलाके में नगर निगम की सालों पुरानी दुकानें बनी हुई हैं। उन्हें तोड़कर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। एई को प्रपोजल बनाकर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने के लिए कहा गया है। साथ ही कुछ इलाकों में लोगों ने कब्जा भी किया है। उनको भी बातचीत करके हटाया जाएगा। शॉपिंग कंपलेक्स में पहले उन लोगों को दुकानें दी जाएंगी जो सालों से नगर निगम को टैक्स देते आ रहे हैं और नगर निगम उन्हें दुकान एलाट कर चुका है। उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाएगी। करीब 36 दुकानें हैं, उन्हें तोड़कर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने का प्रपोजल बनाने के लिए कहा गया है। अगले महीने स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम भोपाल आएगी। भोपाल की स्वच्छता को लेकर नगर निगम लगातार स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए काम कर रहा है। भोपाल को भी इंदौर की तरह क्लीन सिटी बनाने को लेकर महापौर को चिंता सता रही है। यही वजह है कि अब रोजाना शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर स्वच्छता की हकीकत खुद ही देख रही है।
19 January 2023
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स्वच्छता सर्वेक्षण नजदीक आते ही जागी महापौर
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MP24X7...यानी समय, सत्ता और समाज के बनाए हुए नियम के खिलाफ जाने का मतलब है। सही मायनों में सुधारवाद का वह पथ या रास्ता है। जो अंतिम माना जाता है, लेकिन हम इसे शुरुआत के रूप में ले रहे हैं। सार्थक शुरुआत कितनी कारगर साबित होगी? यह तो भविष्य तय करेगा। फिर भी हम ब्रह्मपथ पर चल पड़े हैं, क्योंकि यह अंतिम पथ नहीं है। सुधारवाद की दिशा में एक छोटा कदम है।.
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