भोपाल। साल जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश की सियासत हर रोज नया रंग दिखा रही है। सूबे में अब सवालों की सियायत छिड़ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार से सवालों का सिलसिला शुरू कर सवा साल की कांग्रेस सरकार से जुड़ा पहला
सवाल पूर्व सीएम कमलनाथ से किया है। कमलनाथ ने भी इस पर पलटवार करने में देरी नहीं की। पीसीसी चीफ ने इसे मुख्यमंत्री की विपक्ष में आने की नेट प्रेक्टिस करार दिया है।
वैसे तो एमपी की सियासत में सवालों का सिलसिला कोई नई बात नहीं है। पिछले चुनाव यानी 2018 के पहले विपक्ष यानी कांग्रेस ने भी पीसीसी चीफ कमलनाथ के नाम से उस समय के सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल किए थे। कांग्रेस की ओर से सौ सवालों की श्रंखला दो विभागों की ओर से चलाई गई थी। विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता की ओर से रोजाना एक सवाल किया जाता था तो प्रवक्ता रहे अभय दुबे प्रतिदिन 10 सवाल तत्कालीन भाजपा सरकार से करते थे। मगर इस बार तस्वीर कुछ उलट है। इस बार सत्ता द्वारा विपक्ष से सवाल किए जा रहे हैं। सीएम चौहान ने आज गुरूवार 28 जनवरी 2023 से ही सवालों का सिलसिला शुरू कर दिया है। सीएम ने ट्वीट के जरिए भी इसकी जानकारी दी है। सीएम ने मीडिया को दिए बयान में भी साफ किया है कि सीएम चौहान ने आज से सवा साल की कमलनाथ सरकार से उनके चुनावी वादों पर सवाल करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। वे रोजाना एक सवाल पूर्व सीएम कमलनाथ से करेंगे, जो पिछले चुनाव के पहले कांग्रेस द्वारा की गईं घोषणाओं पर आधारित होगा।
कांग्रेस पर निशाना
मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वायदे करना प्रारंभ कर दिया है। आखिर झूठ की भी हद होती है। उनके वचन पत्र में जो वचन किए गए थे, उनमें से एक भी पूरे नहीं किए। अब मैं रोज उन वचनों पर सवाल पूछूंगा। सवाल पूछने का मेरा सिलसिला अब प्रारंभ होगा।
फसलों का बोनस कहां है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना पहला सवाल फसलों के बोनस पर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में वचन पत्र में एक वचन फसलों को लेकर दिया था। नाम लेते हुए कहा था कि गेहूं, चना, सरसों, चावल की फसलों पर बोनस दिया जाएगा। प्रदेश में सवा साल कांग्रेस की सरकार रही। कमलनाथ बताएं ने किस फसल का बोनस दिया, एक भी फसल का बोनस दिया क्या? कमलनाथ जी बताइए।
कमलनाथ ने लगाया नेट प्रैक्टिस का आरोप
सवालों की इस सियासत को कांग्रेस ने भी तत्काल बढ़ा दिया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि सुना है शिवराज जी मुझसे सवाल कर रहे हैं कि हमने किन वादों पर अमल किया और किन पर नहीं कर पाए। ऐसे सवाल कोई अस्थिर मति का व्यक्ति ही कर सकता है। मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनहित की योजनाओं पर अमल करना है। अगर हमारी घोषणा जनहित की है तो आप इसे लागू करें। वैसे, आप कुछ महीने के लिए सवाल बचा कर रखिये। प्रदेश की जनता आपको कुर्सी से हटाकर सवाल पूछने का खूब समय देने वाली है। मुझे लगता है, आप उसी की नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं। पूर्व सीएम नाथ के अलावा प्रदेश कांग्रेस भी आक्रामक हो गई है और सरकार पर सवाल दागना शुरू कर दिया है।
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