मुख्य वन संरक्षक शहडोल रेंज लाखन सिंह उईके ने बताया कि शहडोल जिले में 34 बाघों का मूवमेंट है। बाघों ने 724 मवेशियों का शिकार किया है। इसके मुआवजा की राशि लगभग एक करोड़ ग्रामीणों को दे दी गई है। 8 माह में 4 बाघों की मौत हुई है, और हाथियों के हमले से 8 लोगों की मौत हुई है तथा बाघ के हमले से 1 लोगों की मौत होना बताया है।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 34 बाघों का मूवमेंट है। बाघों के मूवमेंट के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पिछले दिनों बाघ के हमले से ग्रामीण की मौत का मामला भी सामने आ चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति भी जागरूक किया जा रहा
है। साथ ही वन्य प्राणियों का शिकार करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। वनों की अवैध कटाई पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं, वन क्षेत्र से अवैध खनिज के उत्खनन एवं परिवहन पर सख्ती से नियंत्रण किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के तार बिछाकर वन्य प्राणियों का शिकार करने वालों, आपराधिक तत्वों के विरूद्ध भी वन विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में वन्य प्राणियों के मूवमेंट को दृष्टिगत रखते हुए ,जनजागरूकता अभियान चलाया जाए। ग्रामीणों को वन्य प्राणियों एवं स्वयं की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए। ग्राम पंचायतों के सरपंचों, सामाजिक मुखियाओं का भी सहयोग लिया जाए। वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ वन्य अपराधों में संलग्न आपराधिक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई भी करें। शहडोल जिले में वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए अनुविभाग स्तर पर टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया जाएगा।
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