भोपाल - विंड और सोलर प्लांट लगाने को भले की नगर निगम परिषद में वापस ले लिया था लेकिन अकेले महापौर मालती राय इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने की कोशिश में जुटी हुई है। परिषद की बैठक से पहले ही विरोध को देखते हुए महापौर से प्रस्ताव पर ऊर्जा विभाग ने चर्चा का हवाला देते हुए निरस्त कर दिया था। फिर से महापौर से कमिश्नर के जरिए नीमच में प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। अंदर खाने की खबर है कि महापौर के फैसले का विरोध भी कई एमआईसी के सदस्यों ने किया था। इसके पीछे की वजह है कि विंड और सोलर प्रोजेक्ट के जरिए फायद नगर निगम को होना बताया गया है लेकिन अलस वजह कुछ और है। नगर निगम ही कंपनी को पैनल लगाने के लिए पैसा देगा। जमीन भी देगा और बिजली भी खरीदेगा। ऐसे में फायदा नगर निगम के बजाए निजी कंपनी को होगा। महापौर का कहना है कि विंड और सोलर प्लांट लगाने के विषय पर ऊर्जा विभाग से स्वीकृति का इंतजार है। फिर से परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव आएगा। बता दें कि इस प्रोजेक्ट को लेकर महापौर से अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के खिलाफ विरोध भी किया और शिकायत स्थानीय मंत्री से की थी लेकिन अध्यक्ष के तर्क के बाद संगठन ने बीचबचाव किया था। इधर, कांग्रेस पार्षद का कहना है कि बीजेपी के पार्षदों के भी इसका विरोध किया था। नगर निगम की आय की स्थिति खराब है। फिर भी कर्ज लेकर महापौर विंड और सोलर प्रोजेक्ट को लाने वाली है। पार्षदों को पार्षद निधि नहीं मिल है लेकिन महापौर को सोलर प्रोजेक्ट लगाना है। नगर निगम पहले से ही कर्ज में है। ऐसे में आय के स्त्रोत बढ़ाने की जरूरत है।
भोपाल - विंड और सोलर प्लांट लगाने को भले की नगर निगम परिषद में वापस ले लिया था लेकिन अकेले महापौर मालती राय इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने की कोशिश में जुटी हुई है। परिषद की बैठक से पहले ही विरोध को देखते हुए महापौर से प्रस्ताव पर ऊर्जा विभाग ने चर्चा का हवाला देते हुए निरस्त कर दिया था। फिर से महापौर से कमिश्नर के जरिए नीमच में प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। अंदर खाने की खबर है कि महापौर के फैसले का विरोध भी कई एमआईसी के सदस्यों ने किया था। इसके पीछे की वजह है कि विंड और सोलर प्रोजेक्ट के जरिए फायद नगर निगम को होना बताया गया है लेकिन अलस वजह कुछ और है। नगर निगम ही कंपनी को पैनल लगाने के लिए पैसा देगा। जमीन भी देगा और बिजली भी खरीदेगा। ऐसे में फायदा नगर निगम के बजाए निजी कंपनी को होगा। महापौर का कहना है कि विंड और सोलर प्लांट लगाने के विषय पर ऊर्जा विभाग से स्वीकृति का इंतजार है। फिर से परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव आएगा। बता दें कि इस प्रोजेक्ट को लेकर महापौर से अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के खिलाफ विरोध भी किया और शिकायत स्थानीय मंत्री से की थी लेकिन अध्यक्ष के तर्क के बाद संगठन ने बीचबचाव किया था। इधर, कांग्रेस पार्षद का कहना है कि बीजेपी के पार्षदों के भी इसका विरोध किया था। नगर निगम की आय की स्थिति खराब है। फिर भी कर्ज लेकर महापौर विंड और सोलर प्रोजेक्ट को लाने वाली है। पार्षदों को पार्षद निधि नहीं मिल है लेकिन महापौर को सोलर प्रोजेक्ट लगाना है। नगर निगम पहले से ही कर्ज में है। ऐसे में आय के स्त्रोत बढ़ाने की जरूरत है।
No comments:
Post a Comment