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07 February 2023

राहुल ने सदन में केंद्र सरकार पर जमकर बोला हमला

 


नई दिल्ली।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्र सरकार पर खूब हमला किया। राहुल ने अग्निवीर योजना  और अडानी मुद्दे पर संसद में उठाया। जिसके कारण सदन में जमकर हंगामा भी हुआ। राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हमने लोगों की बातें सुनी और अपनी बात भी रखी। हमने यात्रा के दौरान बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों से बात की। लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हमने जब युवाओं से उनकी नौकरी के बारे में पूछा तो कई लोगों ने कहा कि वे बेरोजगार हैं या कैब चलाते हैं। किसानों ने पीएम-बीमा योजना के तहत पैसा नहीं मिलने की बात कही, उनकी जमीन छीन ली गई, जबकि आदिवासियों ने आदिवासी बिल की बात की।इस दौरान लोगों ने अग्निवीर योजना के बारे में भी बात की, लेकिन युवाओं ने कहा कि इससे हमें 4 साल बाद नौकरी छोड़ने के लिए कह दिया जाएगा।

राहुल गांधी ने कहा कि सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अग्निवीर योजना आरएसएस, गृह मंत्रालय से आई है न कि सेना से। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना को सेना पर थोपा जा रहा है। सेवानिवृत्त अधिकारियों ने कहा कि लोगों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और फिर समाज में वापस जाने के लिए कहा जा रहा है, इससे हिंसा भड़केगी। उनको (सेवानिवृत्त अधिकारियों को) लगता है कि अग्निवीर योजना सेना से नहीं आई और एनएसए अजीत डोभाल ने सेना पर इस योजना को लागू किया।

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी और महंगाई जैसे शब्द नहीं थे। तमिलनाडु, केरल से लेकर हिमाचल प्रदेश तक हम हर जगह एक ही नाम ‘अडानी’ सुनते आ रहे हैं। पूरे देश में सिर्फ ‘अडानी’, ‘अडानी’, ‘अडानी’… लोग मुझसे पूछते थे कि अडानी किसी भी बिजनेस में आता है और कभी फेल नहीं होता। युवाओं ने हमसे पूछा कि अडानी अब 8-10 सेक्टरों में है और उसकी नेटवर्थ 2014 से 2022 तक 8 बिलियन डॉलर से 140 बिलियन डॉलर कैसे पहुंच गई। कश्मीर, हिमाचल के सेब से लेकर बंदरगाहों, हवाई अड्डों और यहां तक कि जिन सड़कों पर हम चल रहे हैं, वहां सिर्फ अडानी की बात हो रही है।

राहुल गांधी ने कहा कि कई साल पहले रिश्ता शुरू हुआ जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। एक व्यक्ति पीएम मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था, वह पीएम के प्रति वफादार था और उसने मोदी की मदद की। असली जादू तब शुरू हुआ जब 2014 में पीएम मोदी दिल्ली पहुंचे। एक नियम है जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है वह हवाई अड्डों के विकास में शामिल नहीं हो सकता है। भारत सरकार ने यह नियम बदला है। इस नियम को बदल दिया गया और अडानी को छह हवाई अड्डे दिए गए।

उन्होंने कहा कि उसके बाद भारत के सबसे लाभदायक हवाई अड्डे मुंबई एयरपोर्ट को GVK से CBI, ED जैसी एजेंसियों का उपयोग करके हाईजैक कर लिया गया और भारत सरकार की ओर से इसे अडानी को दे दिया गया। अब अडानी के पास डिफेंस सेक्टर, ड्रोन सेक्टर का कोई अनुभव नहीं है। अडानी ने कभी ड्रोन नहीं बनाया, लेकिन एचएएल, भारत की अन्य कंपनियां ऐसा करती हैं। उसके बावजूद पीएम मोदी इजरायल जाते हैं और अडानी को ठेका मिल जाता है। कल पीएम ने एचएएल में कहा कि हमने गलत आरोप लगाए, लेकिन असल में एचएएल का 126 विमानों का ठेका अनिल अंबानी के पास गया है।


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