Bhopal. मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को शुरू हो गया। सुबह 11 बजे राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इसके बाद मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 1 मार्च को विधानसभा में बजट पेश किया जाएगा। सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी विधानसभा में हल लेकर पहुंचे। पटवारी ने कहा, शिवराज सिंह जी गैती लेकर हेलीकॉप्टर में चल सकते हैं, तो क्या हम किसानों का प्रतीक हल लेकर विधानसभा में नहीं आ सकते। पुलिस के रोकने पर उन्होंने हल को महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास रख दिया।
इस बजट सत्र के दौरान मध्यप्रदेश में पहली बार पेपरलेस बजट पेश किया जाना है। विधानसभा की ओर से इसके लिए विधायकों को टैबलेट दिए जाएंगे। टैबलेट चलाने के लिए ट्रेनिंग भी विधानसभा सचिवालय कराएगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने डिजिटल बजट का विरोध करने की बात कही है। उन्होंने कहा, विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध करूंगा कि मध्यप्रदेश में एससी/एसटी, गरीब, पिछड़े तबके के विधायक हैं। उन्हें पूरी तरह से डिजिटल की जानकारी नहीं है। इस तरह की प्रक्रिया, जिसके पक्ष में ज्यादा लोग नहीं हों, उन्हें पेपर न देकर, डिजिटल बजट देना तानाशाही है।
कांग्रेस विधायक बोले- EVM जैसी कारगुजारी की होगी
डिजिटल बजट पर विदिशा से कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कहा- सरकार ने इसमें भी कुछ कारगुजारी की होगी, जैसे EVM में की। पिछोर से कांग्रेस विधायक केपी सिंह कक्काजू बोले- प्रोग्रेस का स्वागत है। हम पुराने विधायकों को इसे सीखने के लिए ट्राई करना चाहिए।
मंत्री बोले- ई-बजट से खर्च कम
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले, ओडिशा की विधानसभा में अभी ई-बजट आया है, देश की दूसरी विधानसभाओं में भी ई-बजट आ रहा है। हम धीरे-धीरे तकनीक का उपयोग करेंगे। एक टैबलेट पर सारी जानकारी होगी। पहले बजट इतना मोटा होता था कि एक व्यक्ति उठा नहीं सकता था। अब टैबलेट पर होगा, तो इसमें पढ़ लेंगे। इससे वित्तीय खर्च भी कम आएगा। विधायक भी टेक्नोलॉजी से कनेक्ट होंगे।
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