अभी तक 2 एनकाउंटर, तीन मददगारों के घर जमींदोज किए
अभी तक की कार्रवाई की बात करें तो क्रेटा कार चला कर घटनास्थल तक असद को लाने वाले अरबाज पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान पुलिस के मोबैल में मारे गए। अतीक के परिवार की मदद करने वाले तीन आरोपियों और करीबियों के घर बुलडोजर चला। अतीक अहमद के बेटे असद के साथ शूटर अरमान, मोहम्मद गुलाम, बमबास गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर पर पुलिस ने ढाई ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है।
नेपाल और थाईलैंड में भी छापेमारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पांच शूटर्स को पकड़ने के लिए अभी तक स्पेशल टास्क फोर्स 2 देश नेपाल और थाईलैंड 8 राज्य और 13 जिलों में 500 से अधिक छापेमारी कर चुकी है। एसटीएफ की टीमें पश्चिम बंगाल दिल्ली मध्य प्रदेश बिहार झारखंड गुजरात और पंजाब महाराष्ट्र में छापे मार चुकी है लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
हर शूटर के लिए तीन डेडीकेटेड टीम में काम कर रही है
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस और यूपी एसटीएफ की कुल 22 टीमें छापामारी कर रही है। हर शूटर के लिए तीन डेडीकेटेड टी में काम कर रही हैं 3 टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है। जबकि 4 टीमें पूछताछ और तलाशी के दौरान मिलने वाली अहम जानकारियों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी है।
असद के गुजरात में छिपे होने की आशंका
उमेश पाल शूटआउट कांड को लीड करने वाला माफिया अतीक अहमद का बेटा असद गुजरात में छिपा हो सकता है इस बात के संकेत मिलने के बाद एसटीएफ ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
प्रयागराज में डीआईजी रेलवे के तौर पर तैनात अनंत देव को एसटीएफ का अतिरिक्त जमा दिया गया है अनंत देव ने काम भी शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आनंद देव के आने से एसटीएफ को ताकत मिली है।
वारदात के बाद गुड्डू मुस्लिम रोडवेज से मेरठ की तरफ भागा था
एसटीएफ को शक है कि असद गुजरात या मुंबई में पनाह ले सकता है इसको देखते हुए दोनों राज्यों की पुलिस से संपर्क कर एसटीएफ ठिकानों पर दबिश दे रही है। एसटीएफ की एक टीम गुजरात जा चुकी है इधर पुलिस की जांच में सामने आया है कि अतीक अहमद का बेटा असद फॉर्च्यूनर से घटना को अंजाम देने के बाद शहर से बाहर कौशांबी की ओर फरार हुआ था। जबकि मुंबई और शूटर गुड्डू मुस्लिम रोडवेज की बस से मेरठ की तरफ भागा था गुड्डू मुस्लिम की तलाश में पश्चिमी यूपी के इटावा सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ में छापेमारी चल रही है।
तीन असफल कोशिश के बाद चौथी बार में शूटर्स ने उमेश पाल को मारा
उमेश पाल हत्याकांड की प्लानिंग के लिए मुस्लिम हॉस्टल में अपना कमरा नंबर 36 देने वाला सदाकत गोरखपुर से गिरफ्तार हुआ इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में क्रेटा कार चलाने वाले अरबाज के एनकाउंटर के बाद एसटीएफ ने दोनों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकाली है इसके अलावा दोनों की चैटिंग से पता चला है कि 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या किए जाने से पहले भी तीन बार उमेश पाल की हत्या की असफल कोशिश की जा चुकी थी। सुरक्षा घेरा मजबूत होने
और सही मौका ना मिलने से घटना को अंजाम नहीं दिया जा सका। पहली कोशिश 14 फरवरी को, दूसरी कोशिश 18 फरवरी को, तीसरी कोशिश 21 फरवरी को कचहरी में ही उमेश पाल की हत्या किए जाने की प्लानिंग थी। चौथी कोशिश 24 फरवरी को की गई और उमेश पाल को सूट और उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया।
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