भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है, जहां सोमवार को राजधानी भोपाल समेत उज्जैन, मंदसौर, छिंदवाड़ा और राजगढ़ जिले में बारिश और ओलावृष्टि का दौर देखने मिला, जहां मंदसौर के भी कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि के चलते खेतों में सफेद चादर बिछ गई तो वहीं फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। यही नहीं ओलावृष्टि के चलते किसानों की गेहूं की फसलें खेतों में बिछ गई। यह प्रभावित किसानों के लिए एक आपदा से कम नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों की मदद के लिए आगे आ गए हैं।
सीएम शिवराज ने प्रभावित किसानों को चिंता नहीं करने की बात कही है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से प्रभावित किसानों को संदेश देते हुए लिखा है कि प्रदेश के कुछ जिलों में सोमवार को हुई ओला वृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं, लेकिन मेरे किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मामा शिवराज इस संकट में आपके साथ खड़ा है। उन्होंने लिखा है कि ओला वृष्टि से खराब हुई फसलों का शीघ्र सर्वे कराया जाएगा और नुकसान की भरपाई की जाएगी। मामा शिवराज का यह संदेश पाकर प्रभावित किसानों ने थोड़ी राहत की सांस ली है।
बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर मालवा-निमाड़ अंचल में देखने को मिला है। मंदसौर, उज्जैन, रतलाम, सीहोर में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि आने वाले एक-दो दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहें की संभावना है। वहीं इसके बाद मौसम साफ होगा, और लगातार गर्मी में बढ़ोतरी देखने मिलेगी। तापमान बढ़ने के चलते लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा। फरवरी माह के साथ ही मार्च महीने में भी गर्मी का प्रकोप देखने मिल रहा है, जहां गर्मी लगातार बढ़ रही है।
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