यह दक्षिण अफ्रीकी देशों से भारत में शिफ्ट किए गए चीता प्रोजेक्ट की एक बड़ी सफलता है। हाल ही में मादा चीता साशा की मौत के बाद से सभी मायूस थे।
मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क से आज खुशखबरी आई है. दरअसल, यहां नामीबिया से सितंबर में लाई गई एक मादा चीता ने एक दो नहीं बल्कि एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है.
इसकी खबर मिलते ही पूरे ग्वालियर चंबल अंचल में खुशी की लहर दौड़ गई है. 75 साल बाद भारत की धरती पर शावकों ने जन्म लिया है.
सियाया ने आज तड़के जने चार बच्चे
जानकारी के मुताबिक नामीबिया से आई मादा चीता सियाया गर्भवती थी और उस पर वन विभाग के अधिकारी और चिकित्सक निगाह रखे हुए थे. सियाया की हर एक्टिविटी पर कैमरों के जरिये निगाह रखी जा रही थी. आज तड़के सियाया ने जैसे ही शावकों को जन्म दिया और बच्चे कैमरे में कैद हो गए. इसको देखते ही अफसर उसे तलाशने के लिए टीम रवाना हुई .
75 साल बाद भारत की धरती पर जन्मे चीते
भारत की धरती पर 75 साल बाद यह मौका आया है जब चीते के बच्चों का जन्म हुआ हो. बीते दो रोज पहले किडनी की बीमारी से एक मादा साशा की मौत होने से वन्य प्रेमियों में शोक छाया हुआ था जो चार नए मेहमानों के आने से खुशी में बदल गया .
सितंबर को पीएम मोदी ने रिलीज किये थे चीते
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों को रिलीज करने अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कूनो आए थे और इसका एक भव्य समारोह भी हुआ था. पिछले साल सितंबर में 8 अफ्रीकी चीतों को एक खास विमान के जरिए भारत लाया गया था. वहीं इनमें से एक मादा चीता सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया है.
No comments:
Post a Comment