का जायजा लिया तो बाजार में हर तरफ रंगबिरंगी पिचकारियां लटकी नजर आईं। खास बात यह है कि इस बार देशप्रेम के रंग में सराबोर दुकानदारों ने चीनी पिचकारियों और रंगों का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है।
रंगों की बात की जाए तो स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों के चलते इस बार हर्बल कलर की मांग बहुत ज्यादा है। नमकीन मिठाई की बात करें तो शहर के हनुमान चौराहा स्थित बाजार में होली की सबसे खास मिठाई गुजिया और नमकीन के साथ देश के तमाम राज्यों के व्यंजन लोगों की पसंद बने हुए हैं यहाँ के देशी व्यंजनों के साथ मराठी और गुजराती व्यंजन भी ग्राहकों की पसंद बने हुए हैं। तो अब इंतजार करिए रंगों के त्यौहार होली का जिसके रंग आपके जीवन को रंगीन बना देंगे।
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