कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान निरंतर प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के शासनकाल में खरीफ की फसल में दो पानी नहीं दे पाते थे लेकिन भाजपा नीत सरकार की नीति का परिणाम है कि आज ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल में 5-5 पानी तक हम दे पा रहे हैं। किसान अपनी फसल के उपार्जन हेतु घंटों मंडियों में लाइन लगाकर अनाज बेच पाता था किंतु आज किसानों के खेत के आसपास उपार्जन केन्द्र देने का काम मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने किया है। केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने किसानी को लाभ का धंधा बनाया है। अत्यधिक रसायनों के उपयोग से आज कृषि योग्य भूमि अत्यधिक कड़क हो गयी है और उस पर फसल उगाना कठिन हो गया है। ऐसे में प्राकृतिक कृषि ही स्थायी समाधान है। इससे जमीन की उपजाऊ क्षमता बढेगी और कृषि की लागत घटेगी। जिसके फलस्वरूप 2024 तक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कथनानुसार किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी आबादी किसानों की है। किसान के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान संकल्पित हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि वर्तमान में बेमौसम और ओला वृष्टि से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। सरकार निरंतर सर्वे करवा रही है। किसानों को जल्दी ही राहत राशि एवं बीमा की राशि भी दी जायेगी। आरबीसी 64 में परिवर्तन करके किसानों को अधिक अधिक मुआवजा देने का काम भाजपा सरकार करेगी। सीमांत किसानों के फसल बीमा की किश्त भाजपा सरकार देगी और बीमा का लाभ भी किसानों को मिलेगा।
सामाजिक समरसता सप्ताह में हो रहे कार्यक्रम
विगत 9 अप्रैल को सामाजिक समरसता सप्ताह के अंतर्गत किसान मोर्चा ने मंडल एवं जिला स्तर पर नदियों के किनारे में प्राकृतिक कृषि, शहरी क्षेत्रों में श्री अन्न को लेकर जनजागरण पदयात्रा तथा प्राकृतिक कृषि हेतु जन-जागरण किया। जिसमें प्रदेश के मंडल स्तर पर 622 स्थानां पर एवं ग्राम में नदियों के किनारे 112 स्थानों पर कार्यक्रम किए गए। श्री अन्न को लेकर शहरी क्षेत्रों में 31 स्थानों पर कार्यक्रम किए गए। पदयात्रा के दौरान किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने पंपलेट वितरित किये। किसानों के कृषि उत्पाद श्री अन्न (मोटे अनाज) को प्रोडक्शन के बाद बिक्री की व्यवस्था करवाना भी किसान मोर्चा द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है।
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