बिना चेकिंग के वीआईपी की तरह दाखिल हुए थे शूटर्स
बरेली जेल के इस वीडियो में अतीक अहमद का बेटा असद अपने साथ शूटर उस्मान गुलाम हसन गुड्डू मुस्लिम शूटर अरमान समेत नौ लोगों के साथ जेल के मुख्य गेट से घुसता है। गेट पर कुछ पहला और कांस्टेबल नजर आते हैं लेकिन उनसे कोई एंट्री नहीं कराई जाती है बिना किसी रोक-टोक और पूछताछ के सभी जेल के अंदर चले जाते हैं इसके बाद अशरफ से मुलाकात करते हैं करीब 2 घंटे बाद सभी वापस आते हैं।
उसी दिन प्लानिंग हुई थी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उमेश पाल मर्डर केस की प्लानिंग इसी दिन हुई थी किस शूटर को क्या भूमिका दी गई थी यह फाइनल हुआ था प्लान के मुताबिक पहले 18 फरवरी को उमेश पाल को शूट करने की योजना बनी लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद 21 फरवरी को कोशिश हुई और फाइनली 24 फरवरी को उमेश पाल को मौत के घाट उतार दिया गया।
बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात कराने में निलंबित हुए थे अधीक्षक
जेल में मुलाकात का खुलासा होने के बाद शासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए बरेली सेंट्रल जेल के जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को सस्पेंड कर दिया था। डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप समेत पांच अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है इससे पहले इस मामले में बरेली पुलिस ने जेल के सिपाही मनोज कुमार गौड़ शिव हरी समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि वह बिना आईडी अशरफ से अतीक गंज के 9 शूटर्स को मुलाकात करवाया जाता था
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