कासोली में शहीद पति के लिए सजी चिता पर उनकी पत्नी लेट गईं। बिलखते हुए बोली, 'इनसे पहले मुझे जला दो' । यह मंजर देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखों से आंसू छलक पड़े।
28 April 2023
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पति कि चिता पर ही लेट गई पत्नी , सभी की आंखें रो पड़ी
पति कि चिता पर ही लेट गई पत्नी , सभी की आंखें रो पड़ी
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MP24X7...यानी समय, सत्ता और समाज के बनाए हुए नियम के खिलाफ जाने का मतलब है। सही मायनों में सुधारवाद का वह पथ या रास्ता है। जो अंतिम माना जाता है, लेकिन हम इसे शुरुआत के रूप में ले रहे हैं। सार्थक शुरुआत कितनी कारगर साबित होगी? यह तो भविष्य तय करेगा। फिर भी हम ब्रह्मपथ पर चल पड़े हैं, क्योंकि यह अंतिम पथ नहीं है। सुधारवाद की दिशा में एक छोटा कदम है।.
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