गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि सरकार बनते ही छोटे भाई,बड़े भाई सत्ता के नशे में चूर हो गए थे। सरकार कैसी चल रही थी सब जानते है। अब पूछ रहे है मे
रा क्या कसूर था। इनके लिए तो मुझे एक फ़िल्म का गाना याद आता है..दोनों सत्ता की मस्ती में चूर..उनका कसूर ,न इनका कसूर...न उनने सिंग्नल देखा,न इनने सिंग्नल देखा..एक्सीडेंट हो गया..रब्बा..रब्बा।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी आपको अपना कसूर जानना है तो अपनी अंतरमन में झांकिए। खुद आपको आपके सवाल का जवाब मिल जाएगा। आपका कसूर यह था कि आप अपनी ही पार्टी नही संभाल पाए।आपका कसूर था कि आपने किसान को धोखा दिया। 10 दिन में 2 लाख का कर्जा माफ नहीं किया। गरीबो की संबल योजना बंद कर दी। जनहितैषी अन्य योजनाएं बंद कर दी थी। नोजवानो को भत्ता देने का झूठ बोला।
कमलनाथ जी आप कसूर पूछ रहे है।
आपको कांग्रेस के लोग ही आपका कसूर बता देंगे। एक बार उनसे पूछ कर तो देखे।
कमलनाथ जी इतनी सफाई क्यों दे रहे आप
कमलनाथ जी के बयान ना वो मामा है न चाय बेचने वाले है पर भी गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा किकमलनाथ जी आखिर इतनी सफाई दे क्यों रहे हैं सबको पता है कि आप व्यापारी हो। आपने सरकार भी व्यापार की तरह चलाई थी।आपका सरकार चलाने का तरीका व्यवसाई था।आप कॉर्पोरेट कल्चर से सरकार चला रहे थे। जनता से कोई मतलब नहीं था।आपने नफा और नुकसान देखकर साकार चलाई। अब आप अपने को आम आदमी बता रहे है।
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