शाजापुर। इन्दौर में रामनवमी पर स्नेह नगर में हुए मंदिर हादसे के बाद शहर में भी तीन प्राचीन बावड़ियों के सुरक्षा इंतजाम देखें गए। कलेक्टर ने नगरपालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अधिकारियों के साथ मां राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर में स्थित दो और मुर्तजा अली बाबा की दरगाह पर स्थित एक बावड़ी का निरीक्षण किया। माता मंदिर पागल में स्थित एक बावड़ी पर जाल बना हुआ है, वहीं दूसरी बावड़ी जर्जर होकर लोगों के लिए खतरा बनी हुई है। यह बावड़ी पूरी तरह से खुली हुई है और शहरी हाईवे के किनारे स्थित है। नवरात्रि में लगने वाले मेले में भी बावड़ी के किनारे दुकानें लगाई जाती है। मुर्तजा अली बाबा की दरगाह पर स्थित बावड़ी के एक किनारे पर कमरानुमा निर्माण कार्य है,जिसे देखकर कलेक्टर ने वहां उपस्थित समाजजन से कहा ये बनाया ही क्यों ऊपर का।
अधिकारियों को दिए निर्देश
कलेक्टर ने तीनों बावड़ियों को लेकरनगर पालिका और पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए हैं इनकी सुरक्षा के लिए शीघ्र ही रैलिंग लगाई जाएं और ऐसे प्रबंध किए जाएं जिससे वहां कोई न पहुंच पाएं।
जिले में 50 से अधिक कुंए, बावड़ियां और बोरवेल खतरा बने हुए हैं
शाजापुर जिले में 50 से अधिक कुंए, बावडियां और बोरवेल सार्वजनिक स्थान पर होने से लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। इंदौर की घटना के बाद जिले में भी प्रशासन को तत्काल ही ऐसे स्थानों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करना चाहिए। बीते वर्ष में बारिश के दिनों में पानी में डूबने से 8 बच्चों की मौतें जिले में हुई थी। जिनमें सबसे ज्यादा अवैध उत्खनन के दौरान हुए गड्ढे जानलेवा साबित हुए थे । प्रशासन ने इस मामले में संबंधित लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
No comments:
Post a Comment