खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में 24 लोंगों की मौत हो गई। मरने वालों में 9 पुरुष, 8 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं। हादसा उस समय हुआ जब एक निजी बस पुल की रैलिंग तोड़ते हुए 50 फीट नीचे नदी में गिर गई। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताया है। मरने वालों और घायलों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान किया गया है। घटना के बाद आरटीओ वर्षा गौड को सस्पेंड कर दिया है। सीएम के निर्देश के बाद मंत्री कमल पटेल ने खरगोन जाकर अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की और उनकी अच्छे से देखभाल के निर्देश दिए हैं।
डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे जा गिरी। नदी सूखी हुई थी। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। 30 से अधिक घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है। 7 घायलों को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन आरटीओ बरखा गौड़ को सस्पेंड कर दिया है।
डोंगरगांव के रहने वाले राज पाटीदार ने बताया, 'मां शारदा ट्रैवल्स की इस बस में 50 से 60 लोग सवार थे। हादसा साढ़े 8 से 9 बजे के बीच हुआ। पुलिस-प्रशासन से पहले डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। हमने बस के कांच तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। घायलों को अपनी गाड़ियों से अस्पताल पहुंचाया।' ग्रामीणों ने बताया कि गांव से 5 मिनट पहले ही बस निकली थी।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बस का रजिस्ट्रेशन और फिटनेस सर्टीफिकेट निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही एक और आदेश जारी किया है कि लंबी दूरी की बसों में दो ड्राइवर अनिवार्य रहेंगे।
50 से अधिक लोग सवार थे
आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि बस खरगोन के बेजापुर से इंदौर की ओर जा रही थी। रफ्तार तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए पुल से नीचे जा गिरी। बस में 50 से अधिक यात्री थे। नदी सूखी होने के कारण अधिकतर यात्रियों को चोटें लगी हैं। 15 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
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