कांग्रेस को आशंका है कि जिस तरह से पृथ्वीपुर में प्रशासन के दुरुपयोग में बीजेपी को जीत मिली थी। ठीक मध्यप्रदेश में इसी तरीके से कई और विधानसभा सीटों में प्रशासन का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसलिए मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखते हुए इकबाल सिंह हटाने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का कहना है कि इकबाल सिंह बैंस प्रशासनिक मुखिया है। सभी कलेक्टर और आईएएस अधिकारियों की गोपनीय चरित्रावली तय करते हैं। राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए इकबाल सिंह बैंस का एक्सटेंशन बढ़ाने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की सिफारिश को मानते हुए इकबाल सिंह बैंस को 6 महीने का एक्सटेंशन दे दिया। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है, ऐसे ने कलेक्टरों पर दबाव बनाया जाएगा कि स्थानीय बीजेपी के नेताओं को चुनाव में फायदा पहुंचाया जाए। यदि कोई कलेक्टर इकबाल सिंह बैंस की बात नहीं सुनता है तो उसकी सीआर खराब कर दी जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयोग से पत्र लिखते हुए यह भी मांग की है कि दूसरे अधिकारी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव कराया जाए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के अलावा भी कई योग्य अधिकारी हैं, जो मुख्य सचिव के दावेदार थे लेकिन सरकार ने इकबाल सिंह बैंस को ही एक्सटेंशन देकर मुख्य सचिव बनाया है।
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