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23 May 2023

एक चीता शावक की मौत


 श्योपुर। कई दशकों बाद जब जीते भारत की धरती पर आए तो पूरे देश ने जश्न मनाया। ऐसा लगा की एक बार फिर देश में अब चारों तरफ चीतों की दहाड़ सुनाई देगी। लेकिन जिस तरह एक के बाद एक हम चीते खोते जा रहे हैं, उससे लग रहा है कि कहीं हम फिर से चीतों को पूरी तरह न खों दें। महज 8 महीने का समय ही बीता है और एक शावक समेत चार चीते श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में दम तोड़ चुके हैं। चौथे चीते ने आज यानी मंगलवार की सुबह दम तोड़ा। ये उन चार नन्हे शावकों में से एक था, जिसको नामीबिया से लाई गई ज्वाला नाम की मादा
चीता ने जन्म दिया था। जानकारी के मुताबिक ज्वाला को बड़े बाड़े से निकाल कर खुले में छोड़ दिया गया था। वहीं उसने चार नन्हे शावकों को जन्म दिया। उनमें से एक की मौत कूनो के खुले जंगल में हो गई है।

तीन वयस्क चीतों की हो चुकी है मौत

इससे पहले भी कूनो में तीन वयस्क चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें से दो चीते साउथ अफ्रीका से लाए गए थे, जिनका नाम उदय और दक्षा था। उदय नर और दक्षा मादा चीता थी। वहीं एक मादा चीता शाशा की मौत भी किडनी इन्फेक्शन के कारण हो गई। यहां बता दें कि शाशा नामीबिया से लाई गई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सितंबर 2022 में कूनो में छोड़ी गई थी। उदय और दक्षा को साउथ अफ्रीका से लाया गया था और उन्हें बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छोड़ा था।


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