प्रतियोगिता का शुभारंभ खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में होगा। राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में 14 खेल दिल्ली , 4 भोपाल एवं 2 खेल ग्वालियर में आयोजित होंगे। आयोजकों ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि,राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग एवं खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। भोपाल में एथलेटिक्स,बॉक्सिंग,फुटबॉल वॉलीबॉल जूडो एवं टेबल टेनिस की प्रतियोगिताएं होंगी। वहीं ग्वालियर में हाकी और बैडमिंटन के मुकाबले खेले जाएंगे। सभी गेम्स में 5 हज़ार से अधिक स्कूली खिलाड़ी शामिल होंगे। भोपाल में होने वाली राष्ट्रीय खेल क्रीड़ा प्रतियोगिताओं के मुकाबले टीटी नगर स्टेडियम और आईकॉनिक स्कूल में होंगे। बता दें कि स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इण्डिया देश में स्कूली खेलो के आयोजन प्रोत्साहन के लिए भारत सरकार खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त एक मात्र शीर्ष संस्था है। राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिताओं में चयनित प्रतिभागियों को भारत सरकार खेल मंत्रालय के सहयोग से अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर भी शालेय क्रीडा प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। देश के विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत् विद्यार्थी अपने राज्यों में सहभागिता कर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
05 June 2023
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66 वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता 6 जून से
66 वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता 6 जून से
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MP24X7...यानी समय, सत्ता और समाज के बनाए हुए नियम के खिलाफ जाने का मतलब है। सही मायनों में सुधारवाद का वह पथ या रास्ता है। जो अंतिम माना जाता है, लेकिन हम इसे शुरुआत के रूप में ले रहे हैं। सार्थक शुरुआत कितनी कारगर साबित होगी? यह तो भविष्य तय करेगा। फिर भी हम ब्रह्मपथ पर चल पड़े हैं, क्योंकि यह अंतिम पथ नहीं है। सुधारवाद की दिशा में एक छोटा कदम है।.
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