पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र का कहना है की कोलार थाना इलाके की राजपूत कॉलोनी में रहने वाले जितेंद्र परमार के घर चोरी का मामला सामने आया था। आपको बतादें कि कोलार पुलिस थाना इलाके में जितेंद्र परमार राजपूत कॉलोनी में रहते हैं। वह कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं । पुलिस का कहना है कि जितेंद्र परमार किसी काम से दिल्ली गए हुए थे और घर पर सिर्फ उनकी पत्नी थी। इसी की नजाकत को देखते हुए जिस महिला आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया उसने सोशल मीडिया से उसे जानकारी लगी कि जितेंद्र परमार अभी घर पर नहीं है। तत्काल उसने जितेंद्र परमार की पत्नी को अपने घर खाने पर आमंत्रण कर दिया , इधर जितेंद्र परमार की पत्नी भी घर पर अकेली थी तो उसने सोचा क्यों नहीं सहेली के घर भोजन करने चली जाऊं। इसी दौरान वह अपनी सहेली के घर भोजन यानी दावत पर चली गई , इधर सहेली यानी आरोपी ने मौका देख कर उससे बाजार जाने का कहा और आधा घंटे का समय लेकर कि वह उसके घर पहुंची महिला अपने साथी को लेकर पीड़िता के घर पहुंची जहां अलमारी में रखा लॉकर लेकर के वापस अपने घर आ गई। इधर शाम को जैसे ही जब महिला अपने घर पहुंचती है तो उसने देखा कि उसकी अलमारी में रखा लॉकर गायब है। बस फिर क्या था जैसे ही उसका पति जितेंद्र परमार भोपाल पहुंचा उसने सारी घटना अपने पति को बता दी। पति ने कोलार थाने में 26 मई को आकर शिकायत दर्ज करा दी। इधर पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए आरोपियों का पता लगाना शुरू कर दिया, सीसीटीवी फुटेज से मिले और मनोवैज्ञानिक तरीके से भी पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की जिसमें पूरा मामला साफ हो गया। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया तो वही चोरी की गई पूरी रकम भी पुलिस ने बरामद कर ली है। जिसमें नगदी पैसों के साथ में सोने चांदी के जेवरात भी बरामद कर लिए हैं।
01 June 2023
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पचास लाख की चोरी में दो गिरप्तार
पचास लाख की चोरी में दो गिरप्तार
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MP24X7...यानी समय, सत्ता और समाज के बनाए हुए नियम के खिलाफ जाने का मतलब है। सही मायनों में सुधारवाद का वह पथ या रास्ता है। जो अंतिम माना जाता है, लेकिन हम इसे शुरुआत के रूप में ले रहे हैं। सार्थक शुरुआत कितनी कारगर साबित होगी? यह तो भविष्य तय करेगा। फिर भी हम ब्रह्मपथ पर चल पड़े हैं, क्योंकि यह अंतिम पथ नहीं है। सुधारवाद की दिशा में एक छोटा कदम है।.
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