मौके पर मौजूद पुलिस स्टाफ ने माँ - बेटी को आत्मघाती कदम उठाने से रोका। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित पक्ष की शिकायत सुनी और उन्हें बहोड़ापुर थाना शिकायत दर्ज कराने के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में नाका चंद्रवदनी पर रहने वाली एक युवती को बहोड़ापुर निवासी सोनू पारदी नामक युवक बहला फुसलाकर ले गया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर कुछ दिन बाद युवती को दस्तयाब भी कर लिया था। पीड़िता के परिजन का आरोप है कि इसी के बाद आरोपी पक्ष के लोग पीड़िता के साथ आरोपी की शादी कराने का दबाब बना रहे थे। पीड़िता के भाई का कहना है कि वह पेशे से मजदूर है और लोडिंग वाहन चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। लेकिन आरोपी पक्ष के लोग उसे काम नहीं करने दे रहे हैं। वह लगातार उसको धमका रहे हैं। पिछले दिनों आरोपी पक्ष के लोगों ने उसके साथ मारपीट भी की थी। वहीं पीड़िता की माँ का कहना है कि आरोपी पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने बेटी के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर आत्मघाती कदम उठाया है।
स्टाफ ने बचाया
हालांकि पीड़ित माँ - बेटी को मौके पर मौजूद स्टाफ ने आत्मदाह करने से रोक लिया। पीड़िता के माँ और भाई की मानें तो उनका आरोप कि तमाम बार पुलिस से शिकायत करने के बाद भी जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने मजबूर जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की है। इधर पुलिस अधिकारीयों ने पीड़ित माँ - बेटी की फ़रियाद सुनने के बाद बहोड़ापुर थाना पुलिस को मामले की जांच कर वैधानिक कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए हैं।
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