भोपाल। दो अप्रैल 2018 को एससी एसटी एक्ट आंदोलन के दौरान मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति के युवाओं पर लगे झूठे मुकदमों की वापसी को लेकर एक दिवसीय धरना अम्बेडकर मैदान में दिया गया। जिसमें प्रदेशभर लोग शामिल हुए।
इस धरने को लेकर राजवीर अग्निहोत्री ने बताया के प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कई बार मंच से घोषणा करने के बाद आज तक सरकार द्वारा 2 अप्रैल 2018 के झूठे केस वापस नहीं लिए गए। जिससे प्रदेशभर के अनुसूचित वर्ग के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। दो अप्रैल 2018 को पुलिस द्वारा कई अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों पर झूठे केस दर्ज कर दिये थे। राजवीर अग्हिोत्री का कहना है कि मुझ पर ही अलग अलग थाने में 5 मिनट के अंतर पर 5 केस दर्ज है। यह कैसे मुमकिन है कि एक आदमी 5 मिनट में 2 किलोमीटर जा कर दूसरी घटना कर सकता है। मुझे तो पुलिस ने प्रदर्शन होने से पहले ही थाने ले आई थी उस के बाद भी मुझ पर अलग अलग थानों में 5 मामले दर्ज कर दी। ऐसे कई युवा है जिनका जीवन भाजपा सरकार ने झूठे केस दर्ज कर बरबाद कर दिया है। आज तो मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा उस के बाद भी झूठे केस वापस नही होते है तो सरकार को इसका नुकसान आने वाले चुनावों में उठाना पडेगा।
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