ऐसा पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा। वो यहां मुख्यरूप से कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे, प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था को भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार करवा रही है, PM के भोज में मोटा अनाज को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। पीएम मोदी के आगमन की तैयारियां जोरो पर है। शहड़ोल के पकरिया पंचायत के जल्दी टोला जहां पीएम जनजातीय समुदाय के साथ भोजन करेंगे उस गांव को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। पीएम के आगमन पर कलेक्टर व विधायक गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणो का हाल जाना, 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान नवंबर में PM मोदी लालपुर मैदान पर जनसभा को संबोधित करने आए थे।
सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ करेंगे
शहड़ोल जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 27 जून को शहड़ोल दौरा होगा। भोपाल के बाद पीएम मोदी शहडोल आएंगे, शहडोल में वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। पीएम मोदी का ये दौरा काफी खास माना जा रहा है। PM नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल के लालपुर मैदान से जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं से 17 राज्यों के लिए सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ भी करेंगे। वहीं अन्य योजनाओं में हितग्राही को लाभ वितरण करेंगे। साथ ही PM मोदी का जो सबसे प्रभावी कार्यक्रम रखा गया है। ऐसा पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा। वो यहां मुख्यरूप से कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे, प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था को भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार करवा रही है ।
भारतीय परंपरा का ध्यान रखा जाएगा
ऐसा पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर भोजन ग्रहण करेगा। वो यहां मुख्यरूप से कोदो भात और कुटकी की खीर खाएंगे। प्रदेश सरकार इस पूरी व्यवस्था को भारतीय परंपरा के अनुसार तैयार करवा रही है। शहडोल के पकरिया पंचायत के जल्दी टोला में PM नरेंद्र मोदी के लिए जो भोज तैयार किया जा रहा है उसका भी अंदाज ठेठ देहाती होगा। प्रदेश सरकार द्वारा जो भोज का मेन्यू तैयार किया गया है उसे पकाने से लेकर परोसने तक में प्राचीन भारत वाले गांव की सभ्यता को ध्यान में रखा गया है। PM के भोज में मोटा अनाज को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।
जोर-शोर से चल रही तैयारियां
पकरिया गांव के जल्दीटोला में PM के भोज की तैयारी जोर शोर से चल रही है। राज्य सरकार द्वारा जो मेन्यू तैयार किया गया है उसमें PM मोदी को पेय पदार्थ के लिए रोजलेट्टा (अमरु) का शरबत, बेल का शरबत, आम का पाना शामिल किया गया है। वहीं कोदो भात, कुटकी खीर, ज्वार मक्के की रोटी, इंद्रहर की कढ़ी, कमल ककड़ी की सब्जी, हल्दी का अचार और महुआ के व्यंजन में खीर या लड्डू को शामिल किया गया है। लकड़ी के चूल्हे में बनने वाले इस पकवान की जांच PM के सुरक्षा मानकों के अनुरूप की जाएगी। PMO से सहमति मिलने के बाद ही इसे भोजन के लिए परोसा जाएगा।
अफसरों ने लगाई चौपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारी जोरों पर चल रही हैं। कलेक्टर वंदना वैद्य और जैतपुर विधायक मनीषा सिंह ने पकरिया गांव में चौपाल लगाकर वहां के ग्रामीणों का हाल जाना। जैतपुर विधायक मनीषा सिंह ने ग्रामीणों से संवाद के दौरान कहा कि वे लोग कार्यक्रम के दिन अपने पारंपरिक परिधान में आएं। हमें देश के प्रधानमंत्री को स्थानीय संस्कृति और सभ्यता से अवगत कराना है।
विंध्य पर पड़ेगा प्रभाव
2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान नवंबर में PM मोदी लालपुर मैदान पर जनसभा को संबोधित करने आए थे, PM मोदी के इस दौरे का विंध्य में अच्छा खासा प्रभाव पड़ा था। विंध्य का शहडोल संभाग आदिवासी बाहुल्य इलाका है। संभाग की 8 विधानसभा सीटों में सिर्फ 1 सीट कोतमा सामान्य है बाकी सभी 7 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए रिजर्व हैं। इसको ध्यान में रखते हुए 27 जून को PM मोदी का जो दौरा कार्यक्रम बनाया गया है उसमें जनजातीय समुदाय को खास तवज्जो दी गई है।
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