भोपाल। मप्र के इतिहास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया। मप्र की गरीब एवं मध्यम वर्ग की करीब 1.25 करोड़ बहनों के जीवन में उजाला लाने के लिए मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शनिवार को लाड़ली बहना योजना के तहत 1-1 हजार रुपए उनके खातों में डाले। बहनों के खातों में राशि ट्रांसफर करने का कार्यक्रम जबलपुर में आयोजित किया गया था। जबलपुर पहुंचकर शिवराज पहले बहनों से संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, ये योजना एक हजार से शुरू हुई है लेकिन सिर्फ एक हजार नहीं दूंगा। तुम्हारे भाई ने एक हजार से शुरू किया है, इसे आगे बढ़ाऊंगा। 3000 रुपए तक यह राशि कर दी जाएगी। कुछ लोग दिन-रात झूठी घोषणाएं कर रहे हैं। वो रोज मुझे झूठा कहने का काम करते हैं, मुझ पर आरोप लगाते हैं ये कांग्रेस के लोगों की नीयत ठीक नहीं है। मेरी बहनों यह आपका भला नहीं कर सकते। इसलिए यह झूठ बोलने वालों से सावधान रहना है। इन सब योजनाओं को जो मैंने आपको बताई हैं इन्हें लागू करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार के साथ रहना है।
सीएम ने कहा कि, जब वो सरकार में थे उन्होंने, कुछ नहीं किया। उन्होंने केवल हमारी योजनाएं बंद करने का काम किया। उनको तो सबक सिखाना पड़ेगा। जब कांग्रेस की सरकार आई तो उसने मेरी योजना बंद कर दी थी जो मैं बैगा, भारिया और सहरिया बहनों को ₹1000 देता था।
कमलनाथ ने कई योजनाएं बंद कर दी
ये कांग्रेसियों ने कमलनाथ ने मेरी कई योजनाएं बंद कर दी थी। बेटियों की शादी की और पैसा ही नहीं दिए, बेटा - बेटियों के लैपटॉप कांग्रेस ने बंद कर दिए। केवल इतना ही नहीं मैं अपनी बहनों को बेटी - बेटी को जन्म देने से पहले ₹4000 देता था और जन्म देने के बाद ₹12000 देता था कांग्रेस ने वह ₹16000 भी बंद कर दिए। लेकिन मैंने फिर चालू कर दिए हैं। यह योजना शुरू तो ₹1000 से हुई है लेकिन केवल एक हजार नहीं दूंगा अभी तो शुरू किया है मैने, अभी तो ये अंगड़ाई है।
21 साल की महिलाओं को भी मिलेगा लाभ
आज एक फैसला और कर रहा हूं अभी तक 23 साल या उससे ज्यादा की उम्र की बहनें जो शादीशुदा होती थी उन्हें योजना का लाभ मिलता था। लेकिन कन्यादान योजना में कई बेटियों की शादी 21 साल में ही हो गई। तो अब जो 21 साल की बेटी भी है उनको भी लाडली बहना योजना का लाभ दिया जाएगा।
आपका सुख मेरा सुख, आपका दुख मेरा दुख
शिवराज बोले, मेरी बहनों, अब ये अपना परिवार है लाडली बहना परिवार। आपका सुख, मेरा सुख है। आपका दुख, मेरा दुख है इसलिए एक तो बनेगा लाडली बहना परिवार लेकिन इसी में एक लाडली बहना सेना बनाएंगे। ये महिला की योजना को गांव में ढंग से लागू करवाएगी।
लाड़ली बहना सेना बनेगी
छोटे गांव में 11 लोगों की लाडली बहना सेना और बड़े गांव में 21 लोगों की लाडली बहना सेना बनेगी। ये सेना 21 और 11 की बनेगी और यह चाहे कन्यादान हो तो विवाह करवाएगी, लाडली लक्ष्मी हो उसको सहायता दिलवाएंगी, महिलाओं के साथ अन्याय और गड़बड़ हो तो उसका विरोध करेंगी, लाडली बहना का लाभ दिलाएंगे, और गड़बड़ करने वाले को सबक सिखाएंगी।
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