भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के चेयरमैन और अधिकारी जर्जर इमारतों से होने वाले खतरे के प्रति गंभीर नहीं हैं। लगता है कि बीडीए को अब हादसा होने का इंतजार है।
अंजली काम्प्लेक्स के फ्लैट पूरी तरह जर्जर हो गए हैं। छतों से बरसात का पानी टपकता है। छज्जों से सीमेंट नीचे झड़ रही है, ये कभी भी गिर सकते हैं। वहीं फ्लैट के दीवारों में भी दरारें आ गई हैं। हादसे के डर से यहां रहने वाले 128 परिवार दहशत में जी रहे हैं। इसके बावजूद बीडीए के अधिकारी इन फ्लैट की मरम्मत कराने में लापरवाही बरत रहे। बीते दिन पहले महिला के सिर पर छज्जों गिरने से गंभीर चोट आई थी। लेकिन इसके बाद भी बीडीए सबका नहीं के रहा है।
साल1988 में बीडीए ने सेकंड स्टाप के पास अंजलि काम्पलेक्स में 19 ईमारतों का निर्माण कराया था। प्रत्येक ईमारत में आठ फ्लैट के हिसाब से यहां कुल 152 फ्लैट बनाए गए थे। इसके बाद बीडीए द्वारा इनकी मरम्मत नहीं कराई गई। जिससे इनके फ्लैट जर्जर हो गए। अब रहवासी बीडीए अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उन्हें डर है कि अधिक बरसात होने पर कभी फ्लैट के छज्जे और दीवारें गिर सकती हैं। रहवासियों ने बीडीए में इसकी शिकायत भी की है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इधर बीडीए के वाइस चेयरमैन सुनील पांडे ने कहा कि रिडेंशिफिकेशन पॉलिसी के तहत जल्द नया काम फ़्लैटो में शुरू किया जाएगा और रहवासियों की समस्या हल की जाएगी।
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