आग कितनी भीषण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिल्डिंग में उठती आग की लपटें और धुआं दूर से ही देखा जा सकता है। आग शाम करीब 4 बजे लगी, इसके करीब 3 घंटे बाद भी इस पर काबू नहीं पाया जा सका है। इधर आग लगने के कारण बिल्डिंग में लगे 30 से ज्यादा एसी में ब्लास्ट हो गए। जिससे आग और भी तेज हो गई है।
आग लगने की इस घटना से सतपुड़ा भवन में हड़कंप की स्थिति बन गई। पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। सुरक्षा के लिहाज से बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों की भीड़ लग गई। 20 से ज्यादा दमकलें आग पर काबू करने की कोशिश में लगी है। एसडीईआरएफ की टीम भी पहुंची है। साथ ही CISF की टीम भी पहुंची है। फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका है कि आग कैसे लगी।
सतपुड़ा भवन के थर्ड फ्लोर पर स्थित अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना के दफ्तर से आग शुरू हुई। इसने चौथी मंजिल पर स्थित स्वास्थ्य संचालनालय को चपेट में ले लिया। हेल्थ डायरेक्टोरेट के पांचवीं और छठवीं मंजिल तक आग की लपटें जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की एडिशनल डायरेक्टर मल्लिका नागर ने बताया कि आग बुझाने का काम किया जा रहा है। इसके बाद नुकसान के बारे में आकलन हो पाएगा।
शिकायतों की जांच की फाइलें जली
आग से सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल पर EOW और लोकायुक्त में हुई शिकायतों की जांच की फाइलें भी जल गई। साथ ही ट्राइबल और हेल्थ डिपार्टमेंट समेत कुछ अन्य विभागों के महत्वपूर्ण दस्तावेज जलने की भी आशंका है।
No comments:
Post a Comment