मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने लाचारी में मेरे जैसे सीधे-सादे आदमी को चुना था और सीएम बनाया था. 44 वर्षों से राजनीति कर रहे हैं. सिर्फ जनता की सेवा में बिताया है. कोई साइड बिजनेस नहीं है. नीतीश कुमार कहते हैं पार्टी विलय करो तो नही तो कोई सम्मान नहीं है. हमारी पार्टी चल नहीं दौड़ रही है. हमें कोई शिकायत नहीं है, लेकिन प्रतिष्ठा दांव पर हुई तो इस्तीफा दिया. हम एनडीए में कब थे? हम तो नीतीश कुमार के साथ थे. हमने कसम भी खाई थी जिसे नीतीश कुमार ने कसम मुक्त कर दिया ।
बीजेपी से मिलने पर मांझी ने कहा कि कोई प्रमाण है क्या? नीतीश कुमार बीजेपी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाए थे क्या? तेजस्वी यादव को लॉलीपॉप दिखा रहे हैं. खुद एनडीए से मिल जाएंगे, लेकिन तेजस्वी यादव को सीएम नहीं बनाएंगे. 19 जून को बैठक होगी उसके बाद बताएंगे कि किसके साथ जाएंगे. हम जिस समाज से हैं उसे भुइयां कहते हैं, जिसके साथ रहते हैं बेईमानी नहीं करते हैं.
मांझी ने की पीएम मोदी की तारीफ
शुक्रवार को पटना में दशरथ मांझी के बेटे और नाती ने जेडीयू की सदस्यता ली. इस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि महादलित के लिए कोई तो चाहिए. खुद को बरगद का पेड़ बताते हुए कहा कि बरगद का पेड़ हटा है तो छोटा-छोटा खजूर का पेड़ चाहिए न. पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि देश में उनके व्यक्तित्व जैसा अभी कोई आदमी नहीं है।
आगे जीतन राम मांझी ने कहा कि वह गया के एसएसपी के खिलाफ गृह मंत्रालय से शिकायत करेंगे. कहा कि अनुसूचित जाति की प्राथमिकी दर्ज न करके दुसरे पार्टी से मिलकर दलितों पर प्राथमिकी दर्ज करते हैं।
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