वीओ- आंख के ज़्यादातर रोगी कंजंक्टिवाइटिस की चपेट में हैं..हालाँकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंजंक्टिवाइटिस के मामले औसत से ज़्यादा ज़रूरी बढ़े हैं..लेकिन यह महामारी की तरह नहीं हैं। कंजंक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू बैक्टीरिया और वायरल इंफ़ेक्शन या अन्य एलर्जी से होने वाली बीमारी है। यह ज़्यादातर धूल भरे मौसम और बारिश के दिनों में देखने को मिलती है ऐसे में धूप में निकलते समय और की सुरक्षा ज़रूर करना चाहिए।
आई फ्लू(कंजंक्टिवाइटिस)के लक्षण
- आँखों का लाल और गुलाबी होगा
- आँखों में खुजली दर्द और सूजन होना
- आँखों में लगातार पानी बहना
- कुछ मामलों में धुंधला देखने की परेशानी हो सकती है
भोपाल आई फ्लू के मरीजो की संख्या तेज़ी के साथ बढ़ रही है,वही जेपी अस्पताल की नेत्र विशेषज्ञ डॉ. निशा मिश्रा ने बताया कि 1997 में ऐसी स्थिति बनी थी,जब आई फ्लू के इलाज के लिए ज़रूरी आई ड्रॉप की कमी हो गई थी। हालाँकि की भोपाल में ऐसी स्थिति नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि आई फ्लू का असर बीमारी ठीक होने के 15 दिन तक रहता है। धुंधला दिखने की शिकायत हो सकती है। इसलिए परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
आई फ्लू से बचने के लिए क्या करें
- आँखों की साफ़ सफ़ाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए
- आँखों को बार बार छूने से बचे
- हाथों को बार बार धोते रहे
- साफ़ तौलिया का ही इस्तेमाल करें,उसे किसी के साथ शेयर न करें
- आँखों में मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम करें
No comments:
Post a Comment