गांव की अनुसूचित जाति की महिला सरपंच ने गांव के दबंग कांग्रेसियों की बात नहीं मानी तो उसे कीचड़ पर पटक-पटक कर सरेआम जूते-चप्पलों से पीटा गया, जातिसूचक गालियां दी गईं, उसे सरेआम बेइज्जत व अपमानित किया गया। यही कांग्रेसियों का असली महिला विरोधी, अनुसूचित जाति विरोधी और अपमानिक करने वाला चरित्र है। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान का झूठा राग अलापने वाली कांग्रेस का चरित्र और चेहरा वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखता है , जिसमें असल नारी सम्मान का जो कभी मंच पर, कभी सड़कों पर महिलाओं को जगह-जगह तिरस्कृत और अपमानित करते हुए सामने आता है। यह अमानवीय घटना अत्यंत दुर्भाग्यजनक है।
अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आर्य ने कहा कि दुर्भाग्य यह है इस तरह के मामलों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सिलेक्टिव चुप्पी साधे रखते हैं। कमलनाथ जी जवाब दें कि क्या उनके लिए यही नारी सम्मान है? अगर नहीं है तो इस घटना पर अपना मौन तोड़े और पीड़ित महिला से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी आदिवासियों, दलितों के हित की बात करते हैं, लेकिन दूसरी ओर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा सरेआम एक अनुसूचित जाति की महिला सरपंच को लात-घूसों से पीटा जाता है, जातिसूचक गालियां दी जाती हैं, बेइज्जत किया जाता है। क्या यही कांग्रेस का असली चरित्र और चेहरा है। नारी सम्मान की दुहाई देने वाले कांग्रेस नेता कहा हैं। मध्यप्रदेश में किसी भी घटना पर ट्वीट की चिड़िया उड़ाने वाले राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी और कमलनाथ अब महिला के साथ हुई बर्बरता पर मौन क्यों है?
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