हा है। युवक मामूली काम करता था और इलाके में मसाले बेचने का ठेला लगाता था। लेकिन, उसने कुछ सूदखोरों से पैसे लिए थे।
सोमवार देर रात युवक ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस सुसाइड नोट और परिवार के बयान के आधार पर अन्य जानकारी जुटाकर मामले की जांच की बात कह रही है। घटना सोमवार देर रात की बात आई जा रही है। आजाद नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला राजू पाल गली नंबर 2 मयूर नगर में रहता था, उसने ब्याज पर कुछ लोगों से 1 लाख रुपए लिए थे, लेकिन रुपए पूरे दिए जाने के बाद भी कई बार सूदखोर उसे परेशान कर रहे थे। सूदखोर से परेशान होकर उसने एक सुसाइड नोट लिखा और अपने बच्चों की परवरिश में पैसों की कमी के चलते और दूसरे लोगों से परेशान होते हुए उसने यह कदम उठाया है। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच की बात कह रही है।
एक लाख लिए, साढ़े चार लाख चुकाए
सुसाइड नोट में मरने से पहले वीरेंद्र सेन ने लिखा है कि 2016 से शंकर शर्मा, कल्याण शर्मा पानी पुरी, जिनसे मैंने 1 लाख रुपए का लोन लिया था, जिन्हें मैं 4 लाख 50 हजार दे चुका हूं। इसके बाद भी वह मुझ पर झूठा केस लगाकर मुझे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। मैं बहुत परेशान हूं। सुसाइड नोट में मरने से पहले यह भी लिखा कि मैं मरना नहीं चाहता हूं, लेकिन यह लोग मुझे जीने नहीं दे रहे हैं।
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