सबसे पहले गांव के ही एक शख्स ने खेत के पास इस तेंदुए को देखा था जिसकी जानकारी उसने ग्रामीणों को दी तो ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए।
तेंदुआ वहां से भाग कर सीधे बोदीना के जितेंद्र गायरी के मकान में घुस गया । मकान में उसका 12 साल का बालक भी था जिसे ग्रामीणों ने छत की टीन शेड़ हटाकर बाहर निकाला।
तेंदुए की सूचना ग्रामीणों ने तत्काल सैलाना एसडीएम और टीआई को दी जिसके बाद प्रशासन ने उज्जैन से एक्सपर्ट्स की टीम बुलवाकर तेंदुए को पकड़वाया है। बीते 4 महीनों से सैलाना के आसपास आतंक का पर्याय बने इस तेंदुए के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों और प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
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