भोपाल - मध्यप्रदेश समेत राजधानी भोपाल में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है, लेकिन शहर वासी अब इस बारिश से डरते हुए नजर आ रहे हैं, और उनके डर का कारण है जर्जर इमारतें।
राजधानी में 1420 जर्जर भवन कभी हादसे को अंजाम दे सकते हैं। शहर के लोहा बाज़ार से लेकर आज़ाद मार्केट, इतवारा, बुधवार, जहांगीराबाद में 435 जर्जर भवन घोषित हैं। भोपाल नगर निगम की सिविल शाखा शहर के मौजूदा जर्जर भवन की सूची अपडेट कर रहा है। जोनवार सिविल इंजीनियर की मदद से जर्जर भवनों की सूची तैयार की जा रही है। 600 मकानो की जनता कॉलोनी भी जर्जर घोषित की जा चुकी है। लेकिन इससे पाँच साल गिराया नहीं जा रहा है।
हाउसिंग बोर्ड, बीडीए और पीडब्ल्यूडी के भवन गिरने की कगार पर हैं। जिनमें ऐशबाग की जानता क्वार्टर से लेकर अम्बेडकर नगर,पीएनटी,सुभाष नगर,नेहरू नगर,कोटरा,पाँच नंबर बीडीए 40 साल भवन बेहद जर्जर है..इन्हें तुरंत तोड़ने ज़रूरत है। रहवासी अब निगम के दफ़्तर के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उन्हें डर है कि अधिक बरसात होने पर कभी फ्लैट के छज्जे और दीवारें गिर सकती हैं। रहवासियों ने निगम में इसकी शिकायत भी की है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इधर महापौर मालती राय ने कहा की जर्जर भवनों चिन्हित किया है,जर्जर भवन तोड़ने को लेकर बीडीए और हाउसिंग बोर्ड पत्र लिखा है,सुरक्षा के लिहाज़ से जर्जर भवनों को तोड़ा जाएगा।
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