छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव विकासखंड ग्राम चिकटबरी गांव में बरसात के दिनों में उफनती नदी को पार करके छात्र-छात्राएं को स्कूल जाना पड़ता हैं और स्थानीय लोग अपने बच्चों को हाथ पकड़कर नदी पार कराते हैं जिसके बाद स्कूल पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंच पाते हैं।दरअसल शिकायत करने पहुंची छात्रा ने अपनी पीडा को सुनाते समय रोने लगी और कहां की कई बार नदी में बाढ़ आ जाने के कारण हम स्कूल नहीं जा पाते जिसके कारण हमारी पढ़ाई भी नहीं हो पाती और समय में अगर स्कूल नहीं पहुंचते हैं तो मैडम और शिक्षक लोग हमें डालते हैं।साहब पुल बनवा दीजिए जिससे कि हमारी पढ़ाई अच्छी हो सके नहीं तो हमें बरसात के दिनों में नदी पार करके स्कूल पहुंचना पड़ता है और पढ़ाई करके वापस ले लौटना पड़ता है यह परेशानी विगत कई सालों से बनी हुई है शिकायत करने के बावजूद भी अब तक कोई सुनवाई हुई है नहीं इसी में इस ओर ध्यान दिया जिसके कारण हम आज ही नदी पार करके स्कूल जाने को मजबूर है।
हर किसी का वीडियो देखकर दिल पसीज जाएगा।एक तरफ जहां शहर में सर्व सुविधा युक्त स्कूल खोले गए हैं वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण अंचलों में गरीब बच्चे सुविधाओं की अभाव में पढ़कर अफसर बनना चाहते हैं लेकिन आदिवासी अंचल में इनकी पुकार सुनने बाला कोई नहीं है।ग्रामीणों ने कहा कि नदी उफान में होने के बाद भी बच्चों को स्कूल पहुंचाते हैं क्योंकि बच्चों का स्कूल जाना भी जरूरी है।इसके अलावा हमारे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है विगत कई बरसों से नदी के उपर पुल बनने का निवेदन कर रहे हैं लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है और ऐसे ही पढ़ने वाले बच्चों को नदी पार कराकर स्कूल पहुंचाने को मजबूर है।
No comments:
Post a Comment