विधानसभा सत्र शुरू होते ही विपक्ष आदिवासी अत्याचार पर शोरगुल करने लगा। विधानसभा में राष्ट्र गीत शुरू होने के बाद भी विपक्ष के कुछ सदस्य बोलते रहे। राष्ट्र गीत होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री डॉ. मिश्रा ने राष्ट्र गीत का अपमान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि विपक्ष ने राष्ट्र गीत का अपमान किया है , उसे माफी मांगनी चाहिए।
उसके बाद डॉ. मिश्रा ने विपक्ष पर आदिवासियों नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष को निरुत्तर कर दिया।
डॉ. मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सीधी जिले के वीडियो को तो आगे बढ़ाया लेकिन शिवपुरी का वो घिनौना काम जहाँ मुंह में मल भर दिया था उस पर मौन साध लिया। उन्होंने कहा कि सीधी में शुक्ला था और शिवपुरी में शकील है। शकील होने से कांग्रेसी चुप है जबकि शुक्ला पर मुकर , ये कांग्रेस का दोहरा चरित्र है, इससे कांग्रेस की तुष्टिकरण की पोल खुल गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है।
जनजाति नेताओं के नाम लेकर नरोत्तम ने किया पलटवार
डॉ. मिश्रा ने कहा कि आज कांग्रेस जनजाति भाइयों की हिमायती बन रही हैं , लेकिन सब जानते हैं की कांग्रेस ने कैसे जनजाति भाइयों का अपमान किया है, जमुना देवी, उमंग सिंगार, दलवीर सिंह सहित कई आदिवासी नेताओं के नाम गिनाते हुए डॉ. मिश्रा ने कहा कि इनको कांग्रेस ने कितना सताया है , सब जानते हैं इसलिए कांग्रेस मुंह की खाती है।
No comments:
Post a Comment