वं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही।
भूरिया ने कहा कि यह मामला कुछ महीने पुराना बताया जाता है, लेकिन इस पर कार्यवाही की बातें तब शुरू हुई जब कल यह वीडियो वायरल हो गया। आदिवासी उत्पीड़न को लेकर भाजपा कितनी दुष्टता पर उतर आई है, इसे इस प्रकरण के पूरे घटनाक्रम से समझा जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के षड्यंत्र को समझना हो तो उस एफआईआर को भी देखना चाहिए जिसमें आरोपी प्रवेश शुक्ला के चाचा ने आरोपी के गुमशुदा होने की रिपोर्ट घटना का वीडियो वायरल होने के तीन-चार दिन पहले ही दर्ज करा दी। गुमशुदा रिपोर्ट में यह लिखा गया है कि प्रवेश शुक्ला का एक वीडियो वायरल किया जा सकता है जिसमें वह एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब कर रहा है।
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