सीएम श्री चौहान ने कहा कि घटना के बाद से मेरा मन दु:खी है। पीड़ित दशमत आपकी पीड़ा बाँटने का यह प्रयास है। मैं घटना के लिए आपसे माफी भी माँगता हूँ। मेरे लिए जनता ही भगवान है। इसी दौरान सीएम चौहान ने पीड़ित से पूछा कितने बच्चे हैं और पढ़ाई कर रहे हैं कि नहीं। किसी भी तरह की कोई परेशानी तो नहीं और आगे हो तो मुझसे कहना। इसके बाद सीएम चौहान पीड़ित युवक दशमत को भोजन कराने अंदर ले गए।
आवश्यकता पैर धोने की ही नहीं, अपने मन का मैल धोने की भी है: कमलनाथ
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री
कमलनाथ ने मप्र में आदिवासी समूह पर अत्याचार और सीधी में हुई अमानवीय घटना पर कहा कि 18 साल की शिवराज सिंह सरकार ने मध्यप्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की ऐसी बदहाल व्यवस्था बनाई है कि कोई व्यक्ति, कोई समुदाय सुरक्षित नहीं है। मध्यप्रदेश का आदिवासी समाज आज गहरे संकट में है। आदिवासियों पर मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अत्याचार और क्रूर घटनाएॅं हो रही है।
कमलनाथ ने मप्र में आदिवासी समूह पर अत्याचार और सीधी में हुई अमानवीय घटना पर कहा कि 18 साल की शिवराज सिंह सरकार ने मध्यप्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की ऐसी बदहाल व्यवस्था बनाई है कि कोई व्यक्ति, कोई समुदाय सुरक्षित नहीं है। मध्यप्रदेश का आदिवासी समाज आज गहरे संकट में है। आदिवासियों पर मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अत्याचार और क्रूर घटनाएॅं हो रही है।
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