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07 August 2023

नीमच के किसान सिंचाई सुविधाओं का लाभ पाकर पंजाब के किसानों को छोड़ेंगे पीछे : मुख्यमंत्री चौहान


 नीमच। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नीमच जिले में गांधी सागर बांध और अन्य साधनों से हर किसान के खेत तक पानी पहुँचाएंगे। यहाँ के किसान पंजाब के किसानों को पीछे छोड़ देंगे। पूर्व सरकार ने गांधी सागर बांध से किसानों को पर्याप्त सिंचाई दिलवाने पर ध्यान नहीं दिया जबकि यह असंभव कार्य नहीं था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनके शब्दकोष में असंभव शब्द नहीं है। शीघ्र ही 3500 करोड़ रुपए लागत की नीमच- जावद सिंचाई योजना भी प्रारंभ की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नीमच जिले के मनासा में विकास पर्व के कार्यक्रम में 1208 करोड़ रुपए की रामपुरा मनासा वृहद सूक्ष्म दाबयुक्त सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नीमच-जावद सिंचाई योजना प्रारंभ की जाएगी। सभी नगर पंचायतों को 3 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। प्रथम किश्त के रूप में एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। रामपुरा मनासा में महाविद्यालय भवन का निर्माण होगा। सिंचाई परियोजनाओं से छूटे हुए गाँवों को जोड़ा जाएगा।

कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री श्री ओम प्रकाश सकलेचा, विधायक श्री माधव मारू और श्री दिलीप सिंह परिहार, पूर्व मंत्री श्री कैलाश चावला, स्थानीय जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। आज विकास पर्व के अंतर्गत नीमच जिले को अनेक सौगात प्राप्त हुई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक समय था जब नीमच जिले को लोगों को भोपाल तक आने जाने में पूरा दिन लग जाता था। सड़कों का पता ही नहीं था। शहरों और गाँवों में बिजली नहीं होती थी। अब सरकार ने इन सब व्यवस्थाओं के साथ ही समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य किया है। सरकार की योजनाएँ और कार्यक्रम जनता को परिवार के सदस्य मानकर संचालित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों को बचाने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई। प्रदेश में जन्म से लेकर बिटिया के विवाह तक निरंतर राशि प्रदान की जाती है। प्रदेश में नगरपालिका और जनपद सहित संस्थाओं में बहनों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, बहनों के नाम सम्पत्ति की रजिस्ट्री पर मात्र एक प्रतिशत शुल्क के प्रावधान और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्व्यन से बेटियों और बहनों का सम्मान बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं को सवा करोड़ बहनों का भाई मानते हैं। लाड़ली बहना योजना में प्रतिमाह बहनों को 3 हजार रुपए दिए लाने के लक्ष्य की पूर्ति भी की जाएगी। यह योजना बहनों को सम्मान के साथ जीने का अवसर देती है। बहनों को परिवार की छोटी-मोटी जरूरतों के लिए अब विवश नहीं होना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लाड़ली बहना सेना की सदस्य बहनें समाज की बहनों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाएंगी। बहनों की आय प्रतिमाह 10 हजार रुपए तक करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आज स्व-सहायता समूह की बहनें लखपति बन रही हैं। वे यूनीफार्म बनाने, पोषण आहार की पूर्ति, नल-जल योजनाओं के संचालन के बाद अब टोल टैक्स वसूली का कार्य भी करेंगी। प्रदेश में बहनों को तकलीफें दूर की जाएंगी। सरकार ने दुराचारियों को फाँसी पर लटकाने और उनके मकानों पर बुलडोजर चलाने का कार्य किया है। मदिरा की दुकानों के पास बने अहाते बंद किए गए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रसव के लिए बहनों को 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती थी जिसे पूर्व सरकार ने बंद कर दिया था। संबल योजना और विशेष पिछड़ी जनजाति के परिवारों को मिलने वाली एक हजार रुपए की मासिक राशि देना भी रोक दिया गया था। यही नहीं मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना और तीर्थ-दर्शन योजना की राशि मिलना भी बंद हो गई थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फसल बीमा योजना की राशि भरने और किसान सम्मान निधि की राशि के भुगतान का कार्य सरकार द्वारा किया गया। उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क भी प्रदान किया जाएगा। विद्यार्थियों के दूसरे गाँव के स्कूल जाने पर साइकिल के लिए 4500 रुपए की राशि दी जा रही है। इसी तरह विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान करने की पहल भी की गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बिजली के अधिक राशि के बिलों से गरीबों को तकलीफ नहीं आने दी जाएगी। अनुदान पर ट्रांसफार्मर योजना पुन: प्रारंभ की जाएगी। एक लाख पदों की भर्ती का कार्य प्रगति पर है। पुलिस बल में 6500 भर्तियों के बाद 2500 नई भर्तियों और राज्य में सरकारी पदों पर 50 हजार नई भर्तियों का कार्य भी किया जाएगा। साथ ही अतिथि शिक्षकों के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से युवाओं को ऋण और ब्याज गारंटी प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। आगामी 13 अगस्त से मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की जा रही है।

मनासा में भूमि-पूजन/लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मनासा में 1245 करोड़ 42 लाख रूपये के विभिन्न कार्यों का भूमि-पूजन और 36 करोड़ 76 लाख रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस प्रकार कुल 1282 करोड़ 18 लाख रूपये के विकास कार्यों की सौगात दी गई। इसमें रामपुर-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना की लागत 1208 करोड़ 89 लाख रूपये, भादवा माता कॉरिडोर 10 करोड़, उत्कृष्ट विद्यालय मनासा में स्टेडियम निर्माण 2 करोड़ 12 लाख, आत्री माताजी से आत्रीखेड़ा की सड़क 2 करोड़ 35 लाख, बड़कुआं से केशरपुरा की सड़क एक करोड़ 16 लाख, घोटापिपलिया से देवरी सोम्या की सड़क, तलाउ से बच्चाखेड़ी की सड़क एक करोड़ 13 लाख, सोनड़ी से बुरावन की सड़क एक करोड़ 13 लाख, मनासा-पड़दा, कंजार्डा रोड से कंजार्डा बाईपास की 4 करोड़ 40 लाख रूपये से बनने वाली सड़क का भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने अमृत-2.0 योजना में पेयजल आवर्धन योजना 7 करोड़ 15 लाख रूपये, सीसी रोड एवं डामरीकरण कार्य एक करोड़ 5 लाख, पेयजल आवर्धन योजना 2 करोड़ 61 लाख और एक करोड़ 76 लाख रूपये की लागत से बनने वाली पिपलिया-सिंघाड़िया से डोरियाखेड़ी तक की सड़क का भूमि-पूजन किया। इस प्रकार कुल 1245 करोड़ 42 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया गया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 14 करोड़ 18 लाख रूपये के रामपुरा रिंग बंड सुरक्षा कार्य, 3 करोड़ 25 लाख रूपये के नलवा से ढाणी मार्ग, 3 करोड़ 17 लाख के चपलाना से बडकुआं मार्ग, एक करोड़ 78 लाख के मनासा-रामपुरा रोड से जयसिंह का टांडा मार्ग, 2 करोड़ 56 लाख के मोया भादवा मार्ग, 3 करोड़ 36 लाख की चौकड़ी झरनेश्वर महादेव सड़क, 2 करोड़ 62 लाख की नलवा-कुंडला मार्ग से ढाणी मार्ग, एक करोड़ 29 लाख के जनपद पंचायत भवन मनासा, 3 करोड़ 53 लाख के मनासा कॉलेज में निर्मित 6 नवीन कक्षों, 50 लाख के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनासा में ब्लॉक हेल्थ यूनिट के निर्माण कार्य, 52 लाख के भाटखेड़ी से जमूनिया लासूर मार्ग कुल 36 करोड़ 76 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।

रामपुर-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना

1208.89 करोड़ की रामपुरा-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना में रामपुरा, मनासा, नीमच एवं जावद तहसील के कुल 215 गावों की 65 हजार 400 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिए गांधी सागर जलाशय के डूब क्षेत्र पर सेमली आंत्री एवं ग्राम बनडा पर दो पम्पिंग स्टेशनों का निर्माण कर, पाईप लाईन डाली जायेगी। कुल सिंचाई क्षेत्र को 30-30 हेक्टेयर के चक में तथा प्रत्येक तीस हेक्टेयर चक को 5-5 हेक्टेयर सब चक में विभाजित कर, सिंचाई के लिए जल उपलब्ध करवाया जायेगा। किसानों की सुविधा के लिए प्रत्येक तीस हेक्टेयर के चक पर स्वचलित आउटलेट मेनेजमेंट सिस्टम स्थापित किए जायेंगे, जहाँ से किसानों को निर्धारित दाब से निश्चित मात्रा में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा।


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