Breaking

07 September 2023

भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही से नहीं पसीने से लिखा गया- कांग्रेस 


नई दिल्ली।  कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर कहा कि यह ऐतिहासिक यात्रा भारत के दिल में समा गई है। यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है, यात्रा अभी भी चल रही है। भारत जोड़ो यात्रा एक तीर्थ यात्रा थी और तीर्थ यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। तीर्थ यात्रा, हर यात्रा का प्रारंभ होती है। भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही से नहीं लिखा जा सकता, ये पसीने से लिखा गया है।


गुरुवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए कांग्रेस संचार विभाग में मीडिया और पब्लिसिटी के चैयरमेन पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 145 दिनों तक चली चार हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा में निडर भारतीयों ने ना केवल कदम जोड़े, बल्कि दिल भी जोड़े। ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर वह निडर भारतीयों को धन्यवाद करते हैं। यह यात्रा मीलों और किलोमीटरों में नहीं नापी जा सकती है। यह यात्रा सैकड़ों भाषाओं, लाखों आहें, करोड़ों उम्मीदों के रास्ते से होते हुई भारत के दिल में समा गई। भारत जोड़ो यात्रा बरसात, बर्फ, सर्दी, गर्मी, आंधी, तूफान सब कुछ झेलते हुए चली। हमारे प्रेरणा स्त्रोत राहुल गांधी की यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यात्रा अभी चल रही है।यात्रा कभी मणिपुर में दिखाई देती है, तो कभी आजादपुर सब्जी मंडी में और लद्दाख में नजर आती है। यह यात्रा अपनी निरंतरता के लिए भी जानी जाएगी।

खेड़ा ने कहा कि पिछले दिनों सुनने में आया कि विदेशों की यूनिवर्सिटी में भारत जोड़ो यात्रा पर पीएचडी करने पर सोचा जा रहा है। लोग जानना चाहते हैं कि किस तरह ये यात्रा निकाली गई, इसके क्या मायने थे। कांग्रेस वचन देती है कि भारत जोड़ो यात्रा के आदर्श, प्रेरणा और उद्देश्य निरंतरता में जारी रहेंगे।

खेड़ा ने कहा कि जब भारत जोड़ो यात्रा चल रही थी, तो इसे असफल करने के कई षड्यंत्र हुए, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। एक जुड़ा हुआ भारत किसे परेशान कर सकता है? वे कौन सी ताकतें हैं जो अब भारत को इंडिया से भिड़वा रही हैं? वे कौन सी ताकतें हैं जिन्हें एक जुड़ा हुआ भारत पसंद नहीं है? चाहे सोना हो या गोल्ड, चाहे आप अंग्रेजी में बोलें या हिंदी में, उसकी कीमत नहीं बदलेगी। प्रत्येक भारतवासी उस चेहरे को पहचान चुका है, जो भारत को इंडिया से लड़वाना चाहता है। हम सबकी जिम्मेदारी इन ताकतों को बेनकाब कर भारत और इंडिया को आगे बढ़ाने की है। जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया, ये नारा हम सबके दिलों में बैठ गया है।

No comments:

Post a Comment

Pages